देहरादून। दून की 20 से अधिक सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधिमंडल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के साथ संवाद कर वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षण को लेकर अहम चर्चा की। इस संवाद में अतिक्रमण पर रोक लगाने, नशाखोरी के सौदागरों को राज्य बदर करने, साम्प्रदायिक सौहार्द को सुदृढ़ बनाने, और दिवाली पर ध्वनि एवं वायु प्रदूषण फैलाने वाले पटाखों पर प्रतिबंध जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सुझाव दिए गए।
प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस प्रशासन द्वारा अपराधों पर रोकथाम के लिए किए जा रहे सकारात्मक प्रयासों की सराहना की। वक्ताओं ने संयुक्त नागरिक संगठन के महासचिव सुशील त्यागी और उनके परिवार के साथ रात्रि में हुई गाली-गलौज की घटना पर आरोपी अमरीक सिंह के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग भी की। यह घटना टीएचडीसी कॉलोनी पथरी बाग में हुई थी, जहां आरोपी शराब के नशे में त्यागी के परिवार से अकारण गाली-गलौज कर रहा था। नागरिकों ने इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पटेल नगर थाने द्वारा उठाए गए कदमों की प्रशंसा की और उनका अभिनंदन किया।
संवाद में वरिष्ठ नागरिकों ने पुलिस विभाग में कार्मिकों की संख्या बढ़ाने और अधिक वाहन तथा तकनीकी संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि आधे-अधूरे संसाधनों के कारण आम जनता को अपेक्षित सुरक्षा सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं, और इस स्थिति को सुधारने के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने होंगे।
इस संवाद में एसपी सिटी प्रमोद कुमार और अन्य अधिकारी भी शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन जगमोहन मेहंदीरत्ता और देवेंद्र पाल मोंटी ने किया। संवाद में संयुक्त नागरिक संगठन, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कल्याण समिति, सेवानिवृत्त पेंशनर संगठन, पर्यावरण संरक्षण संगठन, और कई अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे। इनमें निखिल शर्मा, मधु त्यागी, आशा लाल टम्टा, प्रदीप कुकरेती, रवि सिंह नेगी, रुचि त्यागी, संदीप गुप्ता, और अन्य प्रमुख नागरिक शामिल थे।