
देहरादून।दून विश्वविद्यालय ने 9 मई 2025 को स्पेन सरकार के आधिकारिक सांस्कृतिक केंद्र Instituto Cervantes के साथ एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। Instituto Cervantes की स्थापना 1991 में हुई थी और इसके विश्वभर में 100 से अधिक केंद्र संचालित हो रहे हैं। यह समझौता विश्वविद्यालय के स्पेनिश अध्ययन विभाग के वार्षिक कार्यक्रम के अवसर पर संपन्न हुआ, जिसमें संस्थान की निदेशक डॉ. मारिया गिल बर्मन मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहीं। उन्होंने विदेशी भाषा के रूप में स्पेनिश की वैश्विक संभावनाओं पर सारगर्भित व्याख्यान दिया।
इस विशेष अवसर पर नई दिल्ली स्थित स्पेन के दूतावास की शैक्षणिक अताशे डॉ. मारिया यूजेनिया मेदिना ने भी भाग लिया। उन्होंने भारतीय छात्रों के लिए स्पेन में उच्च शिक्षा के अवसरों पर विस्तृत जानकारी दी, जिससे छात्रों में उत्साह देखा गया।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल, कुलसचिव श्री दुर्गेश डिमरी, स्पेनिश अध्ययन विभाग की अध्यक्ष डॉ. स्वागता बसु तथा स्पेनिश दूतावास से आए गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में संपन्न हुआ। एमओयू का उद्देश्य स्पेनिश भाषा की शिक्षा को Instituto Cervantes की संवादात्मक शिक्षण पद्धति के अनुरूप बनाना, प्रमाणन प्रक्रियाओं को सुलभ करना तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को स्पेनिश भाषी समाजों से परिचित कराना है।
इसी अवसर पर ‘दिया दे लिब्रो’ (पुस्तक दिवस) भी मनाया गया, जिसमें स्पेनिश अध्ययन विभाग के छात्रों द्वारा प्रस्तुत शैक्षणिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। छात्रों ने डॉन जुआन टेनोरियो पर आधारित एक प्रभावशाली नाट्य प्रस्तुति दी, साथ ही मिगुएल दे सर्वांतेस, काल्देरोन दे ला बार्का और अंतोनियो माचादो की रचनाओं का नाटकीय पाठ किया। कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि इसमें स्पेनिश, लैटिन अमेरिकी और उत्तराखंड की मिश्रित सांस्कृतिक झलक देखने को मिली, जिसमें छात्रों ने गीत-संगीत और नृत्य की सुंदर प्रस्तुति दी।
यह समझौता न केवल भाषा शिक्षण को वैश्विक दृष्टिकोण प्रदान करेगा, बल्कि भारत- स्पेन सांस्कृतिक संबंधों को भी सुदृढ़ बनाएगा।