देहरादून।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तराखंड द्वारा “स्तन कैंसर जागरूकता माह” के अंतर्गत महिलाओं में स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राजकीय दून मेडिकल कॉलेज में आयोजित इस कार्यक्रम में विशेषज्ञ चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मी, आशा कार्यकर्ता और जनसमुदाय शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने स्तन कैंसर के शुरुआती लक्षणों की पहचान, नियमित जांच की महत्ता, और स्वस्थ जीवनशैली के लाभों पर प्रकाश डाला। जागरूकता फैलाने हेतु रैली और क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
डॉ. फरीदुजफर, सहायक निदेशक, एन.एच.एम., ने महिलाओं को नियमित रूप से स्वयं-जांच करने, स्क्रीनिंग कराने और किसी भी असामान्य लक्षण को नजरअंदाज न करने की सलाह दी। उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश के सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में स्तन कैंसर की नि:शुल्क जांच उपलब्ध है, और अब तक 7.5 लाख महिलाओं की जांच हो चुकी है।
डॉ. अनुपमा आर्य, एचओडी, कम्युनिटी मेडिसिन, ने स्वस्थ जीवनशैली अपनाने, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, धूम्रपान और शराब से दूरी बनाए रखने पर बल दिया। उन्होंने बताया कि यह कदम स्तन कैंसर के जोखिम को कम करने में सहायक हैं।
इस कार्यक्रम में डॉ. निधि रावत, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ. उमा रावत, डॉ. अजय नगरकर (सहायक निदेशक एन.एच.एम.), डॉ. सौम्या खरे सहित कई स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे।