पिथौरागढ़। बुधवार को जिलाधिकारी विनोद गोस्वामी द्वारा विकास भवन सभागार में जनपद के विभिन्न विभागों की जिला योजना, राज्य सेक्टर, केंद्र पोषित एवं वाह्य सहायतित योजनाओं की गहन समीक्षा की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने पहली बार जनपद के विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा की, जहां उन्होंने जनपद की भौगोलिक स्थिति और जलवायु के अनुसार स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी विभागीय अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या लेकर आता है तो उसे त्वरित समाधान मिले।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनपद को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए सभी विभागों को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने जोर दिया कि जनपद में रोजगार सृजन और स्थानीय उत्पादन को बढ़ाने के उपायों पर काम किया जाए ताकि जनपद की अर्थव्यवस्था में सुधार हो सके। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने-अपने विभागों के साथ-साथ अन्य विभागों की योजनाओं की भी जानकारी रखें और यह सुनिश्चित करें कि जनपद की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में वृद्धि हो रही है या नहीं।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि विभागीय योजनाओं में आवंटित धनराशि का शत-प्रतिशत उपयोग सुनिश्चित किया जाए। बीस सूत्रीय योजना के तहत कार्यों को गति देने और ग्रेड ए में आने हेतु अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने इस दौरान जनपद के विकास कार्यों में तेजी लाने के कई सुझाव भी दिए।
बैठक के दौरान जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी निरंजन प्रसाद ने बताया कि जनपद के विभिन्न विभागों द्वारा अब तक 6644.48 लाख रुपए की धनराशि आवंटित की गई, जिसमें से 6539.17 लाख (लगभग 98.42%) राशि का व्यय किया जा चुका है। इसी प्रकार, राज्य योजना में 40936.67 लाख रुपए में से 37146.77 लाख (90.74%) और केंद्र पोषित योजना में 55816.57 लाख में से 55191.01 लाख (99.48%) का व्यय हो चुका है। वाह्य सहायतित योजना में 1207.66 लाख की धनराशि में से 1194.44 लाख (98.91%) का व्यय किया गया है। कुल मिलाकर, शासन से आवंटित 104266.24 लाख रुपए में से 100071.38 लाख (95.98%) का व्यय हो चुका है।
इस समीक्षा बैठक में जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित थे।