देहरादून।राजकीय शिक्षक संघ ने प्रधानाचार्य की सीधी भर्ती के फैसले पर पीछे हटने से शिक्षा विभाग में माध्यमिक शिक्षा की व्यवस्था ठप होने की कगार पर है। शिक्षकों का आंदोलन अब क्रमिक अनशन तक पहुंच चुका है, और जल्द ही कार्य बहिष्कार की योजना बनाई जा रही है।
शिक्षा सचिव के लिखित आदेशों के बावजूद शिक्षक संगठनों ने मानने से इनकार कर दिया है। शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष राम सिंह ने कहा कि सरकार ने यह निर्णय बिना शिक्षकों से परामर्श के लिया है, और परीक्षा स्थगित करने के बावजूद शिक्षक संतुष्ट नहीं हैं। शिक्षक संघ की मांग है कि प्रधानाचार्य के पद पर 100% प्रमोशन के जरिए ही नियुक्ति की जाए, जबकि सरकार ने नियमों में संशोधन कर 50% प्रमोशन और 50% सीधी भर्ती का निर्णय लिया है।
शिक्षक संगठन के आंदोलन के तीसरे दिन भी सैकड़ों शिक्षक शिक्षा निदेशालय में एकत्रित होकर अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। शिक्षा विभाग की इस मुद्दे से निपटने में असमर्थता साफ दिखाई दे रही है।