नई दिल्ली। कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान मंत्री गणेश जोशी ने केंद्रीय मंत्री को जैविक उत्पादों से निर्मित किट और रेशम से बनी शॉल भेंट की और उत्तराखंड में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के लिए आमंत्रित किया।
मंत्री गणेश जोशी ने प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (PMGYS) के अधूरे कार्यों की समय सीमा को मार्च 2025 तक बढ़ाने के लिए केंद्रीय मंत्री का आभार प्रकट किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री का इस योजना की चौथी चरण की घोषणा के लिए धन्यवाद दिया। गणेश जोशी ने बताया कि 2011 की जनगणना के अनुसार उत्तराखंड में 250 से अधिक आबादी वाले 474 गांवों की पहचान की गई है, लेकिन 150 से 249 की आबादी वाले 407 अन्य बसावटें अभी भी सड़क कनेक्टिविटी से वंचित हैं।
मंत्री ने आग्रह किया कि उत्तराखंड की विषम भौगोलिक स्थिति और सामरिक महत्व को ध्यान में रखते हुए आबादी मानदंड को 150 तक शिथिल किया जाए ताकि 3200 किमी लंबी सड़कें बनाई जा सकें, जिसकी लागत लगभग ₹2900 करोड़ होगी। उन्होंने पीएमजीएसवाई तृतीय चरण में शेष पुलों और सड़कों को भी स्वीकृति दिलाने का अनुरोध किया। इसके साथ ही मंत्री ने हाल ही में 212 सड़कों के लिए ₹1825 करोड़ की धनराशि मंजूर किए जाने पर केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त किया।
कृषि मंत्री गणेश जोशी ने उत्तराखंड के किसानों की फसलों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए घेरबाड़ के लिए भी केंद्रीय मंत्री से सहायता की मांग की। उन्होंने हर साल ₹100 करोड़ की धनराशि (पांच वर्षों में कुल ₹500 करोड़) की मांग की। इसके अलावा, मंत्री ने “नेशनल मिशन ऑन नेचुरल फार्मिंग” के तहत 6400 हेक्टेयर में खेती के क्रियान्वयन के लिए धनराशि जारी करने का अनुरोध किया।
केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सकारात्मक रुख दिखाया और जल्द ही आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।