देहरादून उत्तराखण्ड के पुलिस महानिदेशक श्री अभिनव कुमार ने अल्मोड़ा के विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान में स्थानीय नागरिकों, व्यापार मण्डल और जनप्रतिनिधियों के साथ एक जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में नगर की यातायात व्यवस्था, युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति, साइबर अपराध, और पुलिस गश्त से संबंधित समस्याओं पर चर्चा की गई। नागरिकों ने सुझाव दिया कि ऐसे जनसंवाद कार्यक्रम थाना स्तर पर भी आयोजित होने चाहिए ताकि आम जनता की समस्याओं का जल्द समाधान हो सके।
डीजीपी ने आश्वासन दिया कि नशा उन्मूलन के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी और नशे में लिप्त युवाओं की काउंसिलिंग कर उन्हें मुख्यधारा में जोड़ा जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखण्ड को नशामुक्त बनाना उनका ध्येय है, और यदि कोई पुलिसकर्मी नशे के कारोबार में लिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए, उन्होंने प्रत्येक थाने में एक अलग से महिला डेस्क स्थापित करने की बात कही, जहां महिलाओं को सभी सुविधाएं मिलेंगी और वे अपनी समस्याओं को बिना झिझक बता सकेंगी।
पत्रकार वार्ता में डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि उत्तराखण्ड पुलिस सभ्य नागरिकों के लिए मित्र है, लेकिन अपराधियों को उनकी ही भाषा में जवाब दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस को साक्ष्यों के आधार पर कार्यवाही करनी चाहिए, न कि अपराध का राजनीतिकरण होना चाहिए।
इसके साथ ही, उन्होंने घोषणा की कि उत्तराखण्ड पुलिस अब ईको-फ्रेंडली बनने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। प्रशासनिक भवनों में सोलर पावर और रेन हार्वेस्टिंग की योजनाएं प्रस्तावित हैं, जिससे पुलिस को पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाया जा सके।
महिला सुरक्षा से जुड़े एक सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है, और महिलाओं से जुड़े अपराधों पर त्वरित कार्यवाही की जाएगी।