देहरादून।पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस लाइन, देहरादून में शहीद स्मारक पर पुलिस और अर्द्ध सैनिक बलों के शहीद जवानों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने चार महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों के आवासीय भवनों के निर्माण के लिए आगामी वित्तीय वर्ष में 100 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की जाएगी। उत्तराखंड पुलिस में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों के पौष्टिक आहार भत्ते में 100 रुपये की वृद्धि की जाएगी, साथ ही निरीक्षकों और सहायक उप निरीक्षकों के वर्दी भत्ते में 3500 रुपये की बढ़ोतरी की जाएगी।
इसके अतिरिक्त, 9,000 फीट से अधिक ऊंचाई पर तैनात पुलिस और एसडीआरएफ कर्मियों को प्रदान किए जाने वाले उच्च तुंगता भत्ते को 200 रुपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 300 रुपये प्रतिदिन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की आंतरिक सुरक्षा और कानून व्यवस्था को बनाए रखने में पुलिस बल की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने शहीद पुलिस कर्मियों के परिजनों को सम्मानित करते हुए कहा कि उनकी कुर्बानी देश के लिए अनमोल है।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड को 2025 तक ड्रग्स फ्री बनाने का लक्ष्य रखा है और इसके लिए एंटी नारकोटिक फोर्स का गठन किया गया है। इस साल 1100 से ज्यादा नशे के सौदागरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है, जिसमें लगभग 23 करोड़ रुपये के मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं। साइबर अपराधों से निपटने के लिए पुलिस को तकनीकी रूप से और अधिक सक्षम बनने की जरूरत है। इसके साथ ही, राज्य की महिलाओं को सुरक्षित माहौल प्रदान करने के लिए प्रदेश के हर थाने में ‘महिला हेल्प डेस्क’ के तहत ‘क्यूआरटी’ का गठन किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस कर्मियों के आवासीय स्तर को सुधारने के लिए 150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से 380 आवासों का निर्माण किया जा चुका है। इसके अलावा, वित्तीय वर्ष 2023-24 में 42 करोड़ रुपये की लागत से पुलिस थानों, चौकियों और फायर स्टेशनों के नए भवनों का निर्माण कार्य चल रहा है। पुलिस के रिस्पॉन्स टाइम को बेहतर बनाने के लिए 1105 पुलिस वाहनों की खरीद को मंजूरी दी गई है।
श्री अभिनव कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड ने कहा कि 21 अक्टूबर का दिन राज्य पुलिस बलों, केंद्रीय सशस्त्र बलों एवं सभी केंद्रीय पुलिस संगठनों के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है। इसी दिन भारत की उत्तरी सीमा पर लद्दाख के 16 हजार फीट ऊँचे बर्फीले एवं दुर्गम क्षेत्र हॉटस्प्रिंग में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सी.आर.पी.एफ.) की एक गश्ती टुकड़ी के 10 बहादुर जवानों ने SI करन सिंह के नेतृत्व में चीनी अतिक्रमणकारियों से लोहा लिया और अत्यन्त बहादुरी से लड़ते हुए अपनी मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी थी। इन्हीं की याद में प्रत्येक वर्ष पूरे देश में 21 अक्टूबर को “पुलिस स्मृति दिवस” के रूप में मनाया जाता है।
आजादी के बाद से अब तक लगभग 35 हजार पुलिस कर्मियों द्वारा कर्तव्य के दौरान अपना बलिदान दिया गया।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व राज्यपाल श्री भगत सिंह कोश्यारी, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, डॉ. धन सिंह रावत, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु चौहान, विधायक श्री विनोद चमोली, श्री मुन्ना सिंह चौहान, श्रीमती सविता कपूर, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री आर.के. सुधांशु, सचिव गृह श्री शैलेश बगोली, डीजीपी श्री अभिनव कुमार एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।