देहरादून। उत्तराखंड राज्य की स्थापना के 24 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में और 25वीं रजत जयंती के शुभारंभ के रूप में “देवभूमि रजतोत्सव” की भव्य शुरुआत 9 नवंबर 2024 से की जाएगी। इस आयोजन को मुख्यमंत्री के विजन के अनुरूप विशेष रूप से भव्यता प्रदान की जाएगी। मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने सचिवालय में आयोजित बैठक में राज्य स्थापना दिवस की तैयारियों की समीक्षा की और आयोजन को सफल बनाने के लिए दिशा-निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने बताया कि इस वर्ष का राज्य स्थापना दिवस न केवल एक दिन का आयोजन होगा, बल्कि यह सप्ताह भर चलेगा, जिसकी शुरुआत 6 नवंबर को नई दिल्ली में उत्तराखंड सदन के शुभारंभ से होगी। इस समारोह में दिल्ली में रहने वाले उत्तराखंड के अधिकारियों, कर्मचारियों और प्रवासियों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
पूरे साल भर मनाए जाने वाले देवभूमि रजतोत्सव के अंतर्गत विभिन्न गतिविधियों का आयोजन होगा, जिसमें प्रवासी उत्तराखंडियों का सम्मेलन, भव्य खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम, महिला सशक्तीकरण पर विशेष उत्सव, जरूरतमंदों के लिए बहुद्देशीय शिविर, स्वास्थ्य परीक्षण, दिव्यांगों के लिए विशेष कार्यक्रम और शहीदों की गौरवगाथा से संबंधित कार्यक्रम शामिल होंगे।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि राज्य की 24 वर्षों की उपलब्धियों और भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए स्कूलों और कॉलेजों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएं और इसमें युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। रजतोत्सव के दौरान प्रदेश के हर वर्ग, विशेष रूप से महिलाओं, स्कूली बच्चों और युवाओं की सहभागिता पर जोर दिया जाएगा।
इसके अलावा, जिला और मंडल स्तर पर भी भव्य आयोजन किए जाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि राज्य स्थापना दिवस को पूरे उत्तराखंड में व्यापक रूप से मनाया जा सके।
इस बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव श्री रमेश कुमार सुधांशु, पुलिस महानिदेशक श्री अभिनव कुमार, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून सहित अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।