देहरादून।38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। राष्ट्रीय खेलों की मशाल (टॉर्च) पूरे उत्तराखंड में रोशनी फैलाने के लिए तैयार है। मशाल रैली की शुरुआत 26 दिसंबर 2024 को हल्द्वानी से होगी। इसके बाद यह रैली 35 दिनों में 3823 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए उत्तराखंड के सभी 13 जिलों के 99 स्थानों पर पहुंचेगी।
मशाल रैली के रूट प्लान के अनुसार, यह सभी जिलों में पहुंचेगी, लेकिन सबसे ज्यादा 14-14 केंद्र अल्मोड़ा और पौड़ी जिलों में होंगे। मशाल रैली का उद्देश्य राष्ट्रीय खेलों के प्रति जागरूकता फैलाना है।
26 दिसंबर 2024 से शुरू होकर रैली 27 जनवरी 2025 को समाप्त होगी। इसके अगले दिन, यानी 28 जनवरी 2025 को 38वें राष्ट्रीय खेलों का विधिवत शुभारंभ होगा।
मशाल रैली का रूट प्लान पूरे उत्तराखंड को कवर करेगा। यह 26 दिसंबर 2024 को नैनीताल जिले के हल्द्वानी से शुरू होकर उधमसिंह नगर, चंपावत, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, उत्तरकाशी, हरिद्वार, पौड़ी और अंत में देहरादून तक पहुंचेगी। रैली कुल 99 स्थानों पर रुकेगी, जिसमें हल्द्वानी, भीमताल, नैनीताल, काशीपुर, चंपावत, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, बागेश्वर, गोपेश्वर, ऊखीमठ, नई टिहरी, उत्तरकाशी, हरिद्वार, कोटद्वार और देहरादून जैसे प्रमुख स्थान शामिल हैं। रैली हर जिले में 2-3 दिन तक रुकेगी और 35 दिनों में 3823 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
राष्ट्रीय खेलों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमित सिन्हा ने बताया कि मशाल रैली के साथ-साथ प्रचार के लिए अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। रैली का उद्देश्य राष्ट्रीय खेलों को लेकर जागरूकता फैलाना और आयोजन को भव्य बनाना है।