देहरादून।उत्तराखंड क्रांति दल उत्तराखंड के मूलभूत मुद्दों के लिए सड़क से सदन तक अपनी लड़ाई जारी रखेगा।
प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता में दल के पूर्व अद्य्यक्ष व संरक्षक श्री त्रिवेन्द्र पँवार ने कहा कि उत्तराखंड में होने वाला परिसीमन जनसंख्या के आधार पर न होकर भौगोलिक आधार पर होना चाहिए। यदि उत्तराखंड में जनसंख्या के आधार पर परिसीमन होगा तो निश्चित रूप से पहाड़ से विधानसभा की 6 से 8 सीटें कम हो जाएंगी जिससे उत्तराखंड पर्वतीय राज्य की अवधारणा ही ख़त्म हो जाएगी।उन्होंने कहा कि उक्रांद उत्तराखंड के मूलभूत मुद्दों परिसीमन, राजधानी, जल, जंगल,जमीन, सख्त भू कानून आदि पर अपनी लड़ाई जारी रखेगा।उन्होंने कहा कि उक्रांद विपक्ष में बैठना ज्यादा पसन्द करेगा ।लेकिन फिर भी परिस्थितियों अनुसार उत्तराखंड के हित मे जो बेहतर होगा उस अनुरूप फैसला लिया जाएगा।
पूर्व अध्यक्ष श्री बी डी रतूडी ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस ने इन 22 वर्षों में राज्य हितों की पूर्णतया अनदेखी की है। भाजपा के कई प्रत्याशी भीतरघात की बात कर रहे हैं जिससे स्पष्ट होता है कि भाजपा को हार का डर सता रहा है,जिस कारण भाजपा में बौखलाहट शुरू हो गयी । भाजपा द्वारा मतगड़ना से पहले ही जोड़ तोड़ का प्रयास किया जाना और कांग्रेस द्वारा अपने प्रत्यशियों को राजस्थान आदि जगह भेजना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस अवसर पर दल के कार्यकारी अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र कुकरेती, देवेंद्र कंडवाल,लताफत हुसैन,सुनील ध्यानी,डॉ वी के ओली, शकुंतला रावत,रेखा मिंया,विजय बौड़ाई, अशोक नेगी,गणेश काला,वीरेंद्र रावत आदि मौजूद रहे।