उत्तरकाशी । जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने रेखीय विभागों के अधिकारियों की अहम बैठक बुलाई। उन्होंने कहा कि कोविड-19 व लॉक डाउन के चलते आर्थिकी को मजबूत करने हेतु जनपद में कृषि उत्पादन की क्षमता को और बढ़ाने के साथ ही मत्स्य पालन के लिए भी अतरिक्त प्रयास कर धरातलीय स्वरूप देने हेतु आवश्यक कदम उठाने होंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि वैश्विक महामारी में आर्थिकी मजबूत करने के लिए जनपद में कृषि उत्पादन की क्षमता को बढ़ाने के लिए प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जनपद में कोरोना वायरस संक्रमण के चलते भी लोग विभिन्न स्थानों से अपने पैतृक गांवो/घरों में आयें है। इस हेतु उनकों भी कृषि के जरिए उन्हें अपने घरों में ही रोजगार से जोड़ा जा सकता है। जिलाधिकारी ने कृषि उत्पादन क्षमता बढ़ाने हेतु धरातलीय स्वरूप देने के लिए खेती करने की पहली प्राथमिकता सिचाई को लेकर सभी नहर व गुलों का सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए हैं। ताकि ऐसी नहरें व गुल जो मिट्टी पत्थरों आदि से बंद है उन्हें शीघ्र संचालित कर खेतों तक पानी पहुंचाया जा सके। जनपद में आलू की पैदावार बढ़ाने के साथ ही हल्दी,अदरक व अन्य फसलों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए । ट्राउट मछली पालन इस दौर में अहम साबित हो सकता है। इसलिए मछली पालन से सम्बंधित कार्य युद्ध स्तर पूर्ण करने को कहा। किसानों की ओर से मौन पालन के लिए भी बड़ी संख्या में मांग आ रही है। इस हेतु सम्बंधित विभाग को आवश्यक कार्य करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनरूप मनरेगा में वही कार्य किये जायें जो सीधे गरीब लोगों से जुड़े हो।
कोविड-19 को लेकर मनरेगा श्रमिकों को सोशल डिस्टेंस, माक्स अनिवार्य रूप से पहनने,व सैनिटाइजर का उपयोग करने के बारे में जागरूक करने के निर्देश दिये। इस सम्बंध में जिलाधिकारी ने समस्त खंड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि अपने ग्राम विकास व ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों के माध्यम से मनरेगा के अंतर्गत पंजीकृत श्रमिकों को सोशल डिस्टेंस, माक्स अनिवार्य रूप से पहनने,व सैनिटाइजर का उपयोग करने का गहनता से प्रशिक्षण देना सुनिश्चित करेंगे।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी पिसी डंडरियाल, ओसी/डिप्टी कलेक्टर चतर सिंह चौहान, मुख्य उद्यान अधिकारी प्रभाकर सिंह, सीवीओ डॉ प्रलयंकर नाथ,सहायक निदेशक मत्स्य प्रमोद शुक्ला, मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल सिंह भंडारी,डीएसओ गोपाल सिंह मटूड़ा, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल सहित खंड विकास अधिकारी मौजूद थे।