देहरादून।पुलिस महानिदेशक श्री अनिल के0 रतूड़ी अपनी अधिवर्षता आयु पूर्ण कर आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इस अवसर पर आज पुलिस लाइन्स देहरादून में भव्य रैतिक परेड का आयोजन किया गया।
परेड का नेतृत्व सुश्री रेखा यादव, सहायक पुलिस अधीक्षक देहरादून ने द्वितीय कमाण्ड श्री शेखर सुयाल, पुलिस उपाधीक्षक, नगर व परेड एडज्यूटेन्ट सुश्री पल्लवी त्यागी, पुलिस उपाधीक्षक, नेहरू कालोनी देहरादून के साथ किया। परेड में उत्तराखण्ड पुलिस की विभिन्न शाखाओं, ट्रेफिक पुलिस, नागरिक पुलिस, पी0ए0सी0, महिला पी0ए0सी0, कमाण्डो दस्ता, तथा ए0टी0एस0 आदि सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर आयोजित परेड को संबोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने कहा की एक लम्बी सेवा अन्तराल के पश्चात विभिन्न जगहों में काम करने के बाद आज मैं केवल यहीं कह सकता हूं कि जो भी हम कर पाये वो एक टीम के आधार पर कर पाये। कोई भी व्यक्ति बहुत छोटा होता है, उसको एक स्थान ही कोई बडा दिया जा सकता है लेकिन व्यक्ति के पास कोई सुपर ह्युमन की क़्वालिटी नहीं होती जब तक वह टीम के साथ एक होकर मिलकर लक्ष्य की ओर काम नहीं करेगी तब तक कोई काम नहीं हो सकता। आज इस अवसर पर मैं विशेष तौर से जब से ओ0एस0डी0 उत्तराखण्ड आया अगस्त 2000 से और आज 30 नवम्बर 2020 को सौभाग्य से मैं पुलिस महानिदेशक के पद से सेवानिवृत हो रहा हूं। उस पद पर रहते हुए मुझे खासतौर से उत्तराखण्ड पुलिस को बहुत नजदीकी से देखने का अवसर मिला। मैं यह कह सकता हूं कि हमारे खासतौर के जो सिपाही है वो देश के बहुत ही विवेकशील, अनुशासित, कर्मठ सिपाहियों में गिने जायेंगे। उनके पसीने के बलबूते पर आज हम उत्तराखण्ड पुलिस को यहां तक ले आये और हमारे सब इन्सपेक्टर हमारे इन्सपेक्टर बहुत शालीन, बहुत सभ्य, बहुत मानवीय बहुत प्रोफेश्नल है । ये एक बहुत बड़ा नया Chapter हम लोगों ने इस प्रान्त में पिछले 20 वर्ष में हम सबने मिलकर इस ओर कार्य किया है और मुझे खुशी है कि आज हम देश की सभ्य पुलिसों में, मानवीय पुलिसों में हमारी गिनती होती है। ये सब आप सब की हमारे सिपाहियों की विशेष तौर से जो अल्प वेतन के बावजूद इतनी कठिन चित व्रग्य तलवार की ढाल पर चलने वाली चुनौतीपूर्ण नौकरी क रहे है। जहां कभी –कभी अपनी जान को भी जोखिम में डालना होता है। मैं आप सबको बहुत बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं। जिस प्रकार से विशेषतौर से आपने एक कोविड के जो विश्वव्यापी एक नायाब किस्म की चुनौती विगत कुछ माह विशेषतौर से मार्च के आखिरी सप्ताह के हमारे देश में लॉकडाउन हुआ। विश्वव्यापी ये एक अभूतपूर्ण किस्म की चुनौती जिसके बारे में किसी को कोई समझ तक नहीं थी क्या किया जाये। ऐसी परिस्थिति मे हमारे समस्त अधिकारी/ कर्मचारियों ने जिस प्रकार से सामने आकर वर्दी के शौर्य को डर से आगे रखा, निडर होकर जनसेवा में अपनी जान को भी जोखिम में डाला।
कार्यक्रम का संचालन उप निरीक्षक सुश्री पूनम प्रजापति एवं आरक्षी फायर मनीष पंत द्वारा किया गया। रैतिक परेड का पुलिस महानिदेशक द्वारा मानप्रणाम ग्रहण करने के उपरांत परेड का निरीक्षण किया गया।