देहरादून। प्रांतीय होम्योपैथिक फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तराखंड की आहूत वर्चुअल बैठक में सभी पदाधिकारियों ने कैबिनेट बैठक में लिए गए ग्रेड पे को डाउनग्रेड करने के फैसले का कड़े शब्दों में विरोध किया।
एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष महिपाल सिंह भोज ने कहा कि फार्मासिस्टों के ग्रेड पर को डाउन करने का फैसला फार्मासिस्टों के साथ कुठाराघात है उसका पुरजोर विरोध किया जाएगा।
प्रांतीय महामंत्री प्रवेश उनियाल ने कहा कि सरकार फार्मासिस्टों व अन्य कर्मचारियों के कोविड-19 के दौरान किए गए कार्यों को भूल रही है ।कोविड-19 में जब सभी प्राइवेट अस्पताल कंपनियों ने हाथ खड़े कर दिए थे तब केवल सरकारी कर्मचारी ,स्वास्थ्य कर्मचारी ,पुलिस ही सड़कों पर नजर आ रही थी ।उन्होंने कहा स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ अन्य सरकारी कर्मचारियों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर अपने घर से दूर रहकर जनसेवा कर लोगों को कोरोना से बचाया था। जिसमें कई कर्मचारी साथियों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी थी । उन्होंने कहा कि उस समय केवल सरकारी कर्मचारी ही सरकार के काम आए थे।उन्होंने सरकार के फैसले का कड़ा विरोध किया।
बैठक में अध्यक्ष महिपाल सिंह भोज महासचिव प्रवेश उनियाल, कार्यकारी अध्यक्ष बृजेश काला ,उपाध्यक्ष अजय कांत गैरोला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष शैलेंद्र बुटोला ,कोषाध्यक्ष शशि मोहन बलूनी ,अशोक लाल ,पूर्व अध्यक्ष आशीष यादव, धीरेंद्र उनियाल, विक्रांत डिमरी, सुरजीत कौर, विवेक व्यास आदि उपस्थित थे।