पौड़ी।बिलखेत में आयोजित चार दिवसीय नयार वैली एडवेंचर फेस्टिवल के दूसरे दिन देर सांय को सांस्कृतिक संध्या में पौड़ी विकास परिषद् और संस्कृति विभाग की आशुकला समिति कोटद्वार के कलाकारों द्वारा विभिन्न गीतों की प्रस्तुति दी गई। दूसरे दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शुरूआत मांगलगीत ‘‘दैणा हुया खोली का गणेशा‘‘ से हुआ। इसके बाद कलाकारों द्वारा थड़या, चौफला सांस्कृतिक कार्यक्रमों की शानदार प्रस्तुति दी गई। इस दौरान फेस्टिवल में मौजूद लोगों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का खूब आंनद लिया।
नयार वैली एडवेंचर फेस्टिवल के आज तीसरे दिन आसमान में करतब दिखाते पैराग्लाइडर पायलट के करतब देखकर दर्शक उत्साह के साथ ताली बजाकर पैराग्लाइडरों का अभिवादन करते दिखे। आज 52 प्रतिभागियों द्वारा पैराग्लाइडिंग एक्यूरेसी प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया गया, जिसमें अरूणाचल से आयी 18 वर्षीय अलीशा खोंनजुजु ने भी प्रतिभाग किया जो कि एकमात्र महिला पायलट रही। प्रतियोगिता के उपरान्त दर्शकों द्वारा टेंडम राइड का आंनद लिया गया।
वहीं मांउटेन बाईंिकंग प्रतिभागी परसुण्डाखाल के गरूड़ा कैम्प से होते हुए मुण्डेश्वर महादेव-साकिनखेत से बिलखेत पहंुचे। इस प्रतियोगिता में 25 युवकों ने प्रतिभाग किया। फेस्टिवल में मौजूद लोगों ने प्रतिभागियों के फिनिस प्वांइट पर पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया। नयार वैली एडवेंचर में मांउटेन बाइकिंग में सबसे पहले हिमाचल के आशीष शेरपा पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह मांउटेन बाइकिंग पौड़ी को पर्यटन में क्षेत्र में नया रूप दे रहा है, जो आने वाले समय में बेहतरीन मांउटेन बाइकिंग के लिए जाना जायेगा। मांउटेन बाइकिंग के समन्वयक व हिमालयन एडवेंचर स्पोर्टस् के सदस्य अजय कण्डारी ने बताया कि यह पौड़ी गढ़वाल व उत्तराखण्ड के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है।
नयार वैली एडवेंचर फेस्टिवल में कयाकिंग ट्रायल का आयोजन नयार नदी बिलखेत में किया गया। प्रतियोगिता में बीएसएफ के 04 जवानों सहित 20 लोगों ने प्रतिभाग किया। इस दौरान जवानों ने स्थानीय लोगों को भी कयाकिंग के गुर सिखाये। बीएसएफ के डिप्टी कमाडेंट दिनेश चौहान ने कहा कि नयार नदी में कयाकिंग का ट्रायल सफल रहा। उन्होंने कहा कि पर्यटकों को इस तरह के खेल पसन्द आते हैं और स्थानीय लोगों को भी इसमे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए, जिससे आने वाले समय में उनको रोजगार के अवसर भी प्राप्त हो सके।
बिलखेत नयार वैली एडवेंचर फेस्टिवल के तीसरे दिन ट्रेल रनिंग सतपुली से भौंसाल-वाया भैंटी-मुण्डेश्वर महादेव-साकिनखेत होते हुए बिलखेत में समाप्त हुई। ट्रैल रनिंग में 22 धावकों ने प्रतिभाग किया। प्रतियोगिता में गढ़वाल राइफल के जवान डबल सिंह ट्रैल रनिंग के फिनिंशिंग प्वाइंट पर सबसे पहले पहुंचे। ट्रैल रनिंग में प्रतिभाग करने वाले 22 प्रतिभागियों में 12 गढ़वाल राइफल के जवान, 06 बीएसएफ के जवान तथा 04 स्थानीय युवा जिनमें 03 बिलखेत एवं 01 बूंगा निवासी शामिल है। ट्रैल रनिंग को लेकर सभी धावकों में उत्साह देखने को मिला। गढ़वाल राइफल के जवान डबल सिंह, राजीव ने बताया कि उन्होंने ट्रैल रनिंग में पहली बार हिस्सा लिया, इससे पहले सड़कों पर ही रनिंग किया। ट्रैल रनिंग में जंगलों एवं ग्रामीण पगडण्डी रास्तों में रनिंग करने बहुत अच्छा अनुभव रहा। ट्रैल रनिंग समन्वयक दीपक दलाल ने कहा कि सभी धावक अपने-अपने निर्धारित समय पर बिलखेत में पहंुचे।
इस मौके पर उपजिलाधिकारी सतपुली संदीप कुमार, जिला पर्यटन विकास एवं साहसिक खेल अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, डीएसओ के.एस. कोली, डीओ आबकारी राजेन्द्र, ग्राम प्रधान बिलखेत सुमित्रा देवी, हिमालयन एडवेंचर के मंयक घिल्डियाल, अजय कंडारी, विनय कुमार, प्रभारी निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला, एसआई कैलाश चन्द सहित प्रतियोगिता प्रतिभागी, सांस्कृतिक एवं खेल प्रेमी मौजूद थे।