#कर्मकार कल्याण बोर्ड के 100 करोड़ की खरीद का है महाघोटाला।#फर्जीवाड़ा कर 107 बीघा जमीन हथियाने का है मामला ।#प्राइवेट अस्पतालों को करोड़ों रुपए की बंदरबांट का है मामला ।
विकासनगर- जन संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि सरकार द्वारा सुशासन के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं तथा इन्हीं झूठे दावों के आधार पर सरकार 100 दिन पूरे होने पर उपलब्ध दिवस मना रही है।इन्हीं दावों के क्रम में सरकार द्वारा तत्कालीन श्रम मंत्री श्री हरक सिंह रावत के कर्मकार कल्याण बोर्ड में हुए लगभग 100 करोड रुपए की खरीद एवं वितरण घोटाले की एसआईटी जांच कराए जाने के बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन सभी दावे हवा हवाई हो गए ।
नेगी ने कहा कि श्री हरक सिंह रावत के काले कारनामों में साइकिल, सिलाई मशीन, वेल्डिंग मशीन, टूल किट आदि करोड़ों रुपए की खरीद एवं खाद्यान्न किट घोटाला, शंकरपुर ,सहसपुर में लगभग 107 बीघा भूमि फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी के जरिए हथियाने का मामला तथा इसी क्रम में कर्मकार कल्याण बोर्ड के माध्यम से करोड़ों रुपया अपने मेडिकल कॉलेज (डीआईएमएस) एवं अन्य प्राइवेट अस्पतालों को इलाज के नाम पर बंदरबांट किए जाने का मामला था, लेकिन सरकार इन मामलों में भी मुंह छुपाए बैठी है।इसके साथ- साथ श्री हरक द्वारा निजी स्वार्थ के चलते निजी आयुष महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों की फीस वृद्धि मामले में मा. न्यायालय के आदेश को दरकिनार करने का भी दाग है, जिसके द्वारा गरीब छात्रों को लूटा गया ।नेगी ने कहा कि मोर्चा द्वारा राजभवन एवं सरकार से उनके काले कारनामों की जांच कराए जाने की मांग की थी, लेकिन भ्रष्ट सरकार राजभवन की भी सुनने को तैयार नहीं है ।प्रतीत होता है कि इस मामले में भी सरकार को सांप सूंघ गया ।
नेगी ने कहा कि भ्रष्टाचार मिटाने के सरकार के बड़े-बड़े दावे व भ्रष्टाचार रोधी ऐप सिर्फ जनता की झूठी वाहवाही लूटने के लिए है, जबकि धरातल पर बिल्कुल इसके उलट है ।मोर्चा सरकार को आगाह करता है कि सुशासन के झूठे दावे करना बंद करें।