देहरादून।देवभूमि खबर। जिलाधिकारी डाॅ आशीष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कलेक्टेªट सभागार में चारधाम यात्रा की तैयारियों के सम्बन्ध में सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। जिलाधिकारी ने बैठकों में विभिन्न विभागों को चारधाम यात्रा को सुव्यवस्थित, सुगमता, सुरक्षित और तीव्र मूवैलिटी के साथ संपादित करवाने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिये।
उन्होंने पर्यटन विभाग को चारधाम यात्रियों के सुगम पंजीकरण, जिसमें दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता और शीघ्रता से पंजीकरण करवाने और जरूरी स्थानों, वाहनों, ढाबों, स्टेशनों पर आपातकालीन नम्बरों को साईन बोर्ड के माध्यम से चस्पा करने के निर्देश दिये। पर्यटन विभाग को जिलापूर्ति अधिकारी के समन्वय से चारधाम यात्रा रूट के समस्त होटलों, रेस्टोरेंटो, ढाबों और जलपान केन्द्रों में रेट लिस्ट को अनिवार्यतः चस्पा करने के साथ ही रेट लिस्ट में वर्णित दरों के साथ के तहत् ही चार्ज वसुली को अनुपालन करवाने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि रेस्टोरेंट, होटल व ढाबों में खानपान व रहन-सहन साफ-सुथरा हो, किसी भी प्रकार की अवैध वसूली ना हो इसकी पूर्ण जिम्मेदारी लेंगे। उन्होंने परिवहन विभाग और यातायात पुलिस को यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए वाहन चालकों तथा वाहनों की सही फिटनेस रखने और वाहन चालक लगातार वाहन चलाकर यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ ना कर सके। इसको रोकने के लिए ऐसा सक्षम यंत्र (मैकनिज्म) डेवलप करें, जिससे दुबारा वाहन चालक 24 घण्टे के बाद ही पर्याप्त आराम करने के पश्चात ही वाहन चलाये। इसके लिए उन्होंने सुरक्षा एप्प में साफ्टवेयर में ऐसा प्रावधान करने की बात कही जिससे 24 घण्टे के भीतर दुबारा वाहन चलाने वाला चालक चैकपोस्ट पर पकड़ में आ जाय। उन्होंने परिवहन विभाग व निगम को इस बात का भी विशेष ध्यान रखने की बात कही, कि जिस रूट पर केवल एक ही बसध्वाहन चलता हो उस रूट के वाहन को चारधाम यात्रा पर ना लगाया जाय। इसके लिए डिपो वालों के साथ समन्वय करते हुए पूर्व के ही वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के स्थानीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे समस्त यात्रा रूट पर अपने-अपने जोन क्षेत्र में सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित निर्माण कार्यों की गुणवत्ता देख लें निर्धारित समय पर कार्य ठीक प्रकार से पूर्ण करवायें। उन्होंने कहा कि जहां पर पैराफिट, दुर्घटना सम्भावित क्षेत्र में चेतावनी-साईनेज बोर्ड इत्यादि लगवाने सहित ही गड्डे इत्यादि हों तो उसे समय से ठीक करें। उन्होंने चारधाम यात्रा की सुरक्षा के सम्बन्ध में किये गये कार्यों का विवरण 28 फरवरी तक प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने पर्यटन विभाग और नगर निगम ऋषिकेश को स्थायी शौचालय के साथ ही वैकल्पिक अस्थायी (मोबाइल टाॅयलेट) इत्यादि की व्यवस्था संभावित यात्रियों की संख्या के आधार पर रखने और साफ-सफाई दुरूस्त रखने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को यात्रा मार्ग के महत्वपूर्ण प्वांईट पर पर्याप्त मात्रा में चिकित्सा स्टाॅप, दवाएं, प्राथमिक चिकित्सा सुविधा, और आक्सीजन सुविधा मय एम्बुलेंस उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। इसके अतिरिक्त उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को एम्स और जोलीग्रान्ट दोनों अस्पतालों को पहले से ही यात्रा सीजन के दौरान अलर्ट व तैयार रहने हेतु सूचित करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी ऋषिकेश, परिवहन विभाग तथा पर्यटन विभाग को संयुक्तरूप से ऋषिकेश में स्थित समस्त धर्मशालाओं से यात्रियों के ठहराने के लिए पूर्व में ही बात करने तथा किसी भी टैन्टेटिव व यात्रा में आवेर पर्यटक की स्थिति में यात्रियों को ठहराने व खाने-पीने की वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिये। उन्होंने जल संस्थान को यात्रा रूट पर शुद्ध व पर्याप्त पेयजल उपलब्धता, विद्युत विभाग को निर्बाध विद्युत आपूर्ति, पुलिस विभाग को यात्रियों की सुरक्षा एवं सुरक्षित यातायात प्रबन्धन के साथ ही समस्त सम्बन्धित विभागों को यात्रा के दौरान यात्रियों से किसी भी प्रकार की मनमानी वसुली (ओवर चार्जिंग) रोकने, समस्त यात्रा रूट को साफ-सुथरा और सुरक्षित रखने में आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित सदस्यों से सुरक्षित और सुगम यात्रा को सम्पादित करवाने के सम्बन्ध में फीडबैक और सुझाव भी आमंत्रित करते हुए बेहतर सुझावों को अमल में लाने के सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन रामजी शरण शर्मा, उप जिलाधिकारी ऋषिकेश व डोईवाला, जिला पर्यटन अधिकारी जसपाल चैहान, जिला पूर्ति अधिकारी जे.एस कण्डारी सहित परिवहन, पुलिस, लोक निर्माण विभाग, विद्युत, जल संस्थान, नगर निगम ऋषिकेश समेत सम्बन्धित विभागीय अधिकारी व कार्मिक उपस्थित थे।