रूद्रपुर ।जिलाधिकारी श्रीमति रंजना राजगुरू की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला टी0बी0 सहगामी रोग समनव्य समिति की बैठक आहूत की गयी। उन्होने सभी क्षय रोग एवं उससे जुड़ी बिमारियों के उपचार की अभी तक के कार्यों की गहनता से खण्ड वार समीक्षा की। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को कडे़ निर्देश दिए कि वार्षिक लक्ष्य 5,220 के सापेक्ष मात्र 3,107 रोगी मिलने पर जनपद के समस्त निजी चिकित्सालयों को शत-प्रतिशत सूचना देना सुनिश्चित करें। जिसमें अभी तक सरकारी क्षेत्र से लक्ष्य से अधिक तथा निजी चिकित्सालयों से मात्र 34 प्रतिशत की उपलब्धि पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि मरीजों के उपचार में किसी प्रकार की लापरवाही प्रकाश में नही आनी चाहिए तथा टी0बी0 के रोगियों का पूर्ण अवधि तक ईलाज किया जाऐ ताकि रोग के संक्रमण को रोका जा सके। उन्होने विगत तीन माह की प्रगति रिर्पोट की समाीक्षा पर संतोष व्यक्त किया। उन्होने निर्देश देते हुए कहा कि क्षय रोग के साथ-साथ जो रोगी एचआईवी, मधुमेह, हेपिटाईटिस आदि रोगों से ग्रसित है, ऐसे रोगियोें से समन्वय स्थापित करके सम्बन्धित चिकित्सक द्वारा सभी रोगो का पूर्ण ईलाज देनो सुनिश्चित करें तथा ऐसे रोगियों की पूर्ण काउन्सिलिंग की जाऐ। उन्होने कहा कि टी0बी0 से होने वाली मृत्यु दर को रोकना सुनिश्चित करें। जिन क्षेत्रों में ओपीडी के सापेक्ष टी0बी0 की जांच कम हो रही है ऐसे क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए जांच में तेजी लाऐं। उन्होने टी0बी उन्मूलन से जुड़े कार्मिकों-अधिकारियों की मासिक समीक्षा के लिए सीएमओ एवं एसीएमओ को निर्देश दिए। उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों निर्देश देते हुए कहा कि निश्चय पोषण योजना का लाभ प्रत्येक मरीज को देना सुनिश्चित करें। उन्होने टी0बी0 उन्मूलन के लक्ष्य 2024 के दृष्टिगत सम्बन्धित अधिकारियों को लगन एवं पूर्ण मनोयोग के साथ अभी से जुटने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने जन सामान्य से अपील करते हुए कहा कि जिस किसी में भी टी0 बी0 के लक्षण की शिकायत महसूस होने पर निःशुल्क उपचार हेतु निकटवर्ती स्वास्थ्य केन्द्रों में तत्काल सम्पर्क करें। उन्होने कहा कि टी0बी0 का पूर्ण उपचार सम्भव है, इससे घबराने की आवश्कता नहीं है। यदि समय पर उपचार प्रारम्भ किया जाऐ ंतो शत-प्रतिशत मरीज को स्वस्थ्य किया जा सकता है।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ डी0एस0 पचंपाल, ए0सी0एम0ओ0 डाॅ0 उदय शंकर, टी0बी0 उन्मूलन अधिकारी डाॅ0 हरेन्द्र मलिक, जिला समन्वयक टी0बी0 उन्मूलन कार्यक्रम नवीन पाण्डेय, समनव्यक अक्षय परियोजना रिजाबुल अहमद, डाॅ0 अजयवीर सिंह उपस्थित थे।