कुमार अखिलेश। देहरादून।लोकसभा चुनाव 2019 में दो लोक सभा सीटों पर राजनीतिक विश्लेषकों की नजर है।वाराणसी सीट जंहा बीजेपी के लिए हॉट सीट हैं वंही दूसरी और बेगूसराय लोकसभा सीट चर्चाओं में है ।बेगूसराय से दो धुर विरोधी विचारधारा वाले उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें एक भाजपा के दिग्गज नेता गिरिराज सिंह , तो दूसरे सीपीआई के टिकट पर पहली बार चुनाव मैदान में उतरे कन्हैया कुमार हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव ने देश में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है।बिहार का बेगूसराय संसदीय क्षेत्र कन्हैया और गिरिराज को लेकर देश में काफी चर्चा में है। 2014 से पूर्व यह सीट कभी भी भाजपा का नहीं था।इस सीट पर कांग्रेस, राजद, जनता दल और कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार ही जीतते आ रहे थे. हालांकि, वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने दिवंगत भोला सिंह को बेगूसराय सीट से मैदान में उतारा और उन्होंने शानदार जीत दर्ज कर पहली बार यह सीट भाजपा की झोली में डाली। ऐसे में गिरिराज सिंह पर भोला सिंह की विरासत को आगे बढ़ाने के साथ ही इस सीट को बचाने का भी दबाव है। सीपीआई ने कन्हैया कुमार को अपने टिकट पर मैदान में उतारा है।कन्हैया को सभी वर्गों का भरपूर समर्थन मिल रहा है लेकिन कुछ ताकतें उनके साथ भीतरघात भी कर सकती है।कन्हैया भले ही जेएनयू की राजनीति के पुरोधा रहे हो लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली राजनीती की समझ उनको नाकाफी है।उनके साथ बढ़ता जनाधार ये तो संकेत दे रहा है कि उनकी जीत निश्चित है लेकिन दूसरी और से मजबूत स्तम्भ भाजपा उनकी जीत को राजनीति का शिकार न बना दे।