देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल का द्विवार्षिक अधिवेशन 24 -25 जुलाई को हरिद्वार में होगा। कोटद्वार में गत 24- 25 अप्रैल को हुई केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से इस फैसले पर मुहर लग गई है। इस महा अधिवेशन मैं सर्व सहमति अथवा लोकतांत्रिक तरीके से कार्यकर्ता अपने अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। यह जानकारी आज उक्रांद सुप्रीमो दिवाकर भट्ट ने प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार को 108 आपात सेवा तथा बेरोजगारी और पलायन करते हुए कहा कि प्रदेश में 108 सेवा का बंद होना यह साबित करता है कि त्रिवेंद्र सरकार बुरी तरह फेल हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि स्वयं मुख्यमंत्री की कमान में चलने वाला स्वास्थ्य विभाग आज दवाइयों , डॉक्टरों व चिकित्सा उपकरणों के साथ पीने के पानी जैसी आवश्यक आवश्यक से जुझते हुए स्वयं मरणासन्न अवस्था में पहुंच चुका है।108 आपातकालीन सेवा ठप होने से जहां प्रदेश की जनता का जीवन जोखिम में पड़ गया है वहीं निजी एंबुलेंस मालिक मनमाने दाम वसूल कर खुली लूट मचा रहे हैं। सरकार की नाकामियों का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। 108 आपातकालीन सेवा ठप होने से लगभग 717 परिवारों पर आर्थिक संकट को उन्होंने सबसे गंभीर पहलू बताया। उन्होंने कहा कि 717 परिवारों को भुखमरी के कगार पर पहुंचा कर सरकार जनता के प्रति अपनी संवेदनहीनता का परिचय दे रही है। दिवाकर भट्ट ने कहा कि उक्रांद अब 108 कर्मचारियों की लड़ाई के साथ एम्स के निष्कासित कर्मचारियों और स्थानीय बेरोजगारों को उपनल व अन्य रोजगार प्रदाता संस्था में नियुक्तियों की लड़ाई को लड़ेगा। उन्होंने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों में हुए भारी पलायन के कारण खाली होती ग्राम सभाओं को 4 ग्राम सभाओं को 1 ग्राम सभा में तब्दील किए जाने से भविष्य में ग्राम सभाओं के विकास के लिए जारी होने वाले बजट में जमीन आसमान का अंतर आ जाएगा। जिससे पहाड़ों के गांवों में विकास लगभग ठप हो जाएगा। उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि वर्तमान सरकार की जनविरोधी नीतियों से प्रदेश में गृह युद्ध जैसा माहौल बनता जा रहा है। जल्द ही सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। पत्रकार वार्ता में संरक्षक बी डी रतूड़ी, त्रिवेंद्र पवार, जय प्रकाश उपाध्याय, हरीश पाठक, राकेश राजपूत तथा संजय छेत्री आदि शामिल थे।