देहरादून। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में प्रदेश के विभिन्न विभागों में संचालित स्वरोजगार योजनाओं की समीक्षा करते हुए तय लक्ष्यों को निर्धारित समयावधि में पूरा करने के निर्देश देते हुए कहा कि स्वरोजगार से ही आत्मनिर्भर भारत का उद्देश्य पूरा हो सकेगा। उन्होंने कहा कि लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने और उनकी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए सभी जनपदों में कैम्प लगाये जाएं, जिनमें मुख्य विकास अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया जाए। रोजगार कैंप में जिला स्तरीय अधिकारी एवं बैंक के अधिकारी लोगों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी देंगे।
आत्मनिर्भर भारत उन्होंने जिला स्तरीय और बैंकों के अधिकारियों को 01 से 15 सितम्बर तक जनपदों में लगाए जाने वाले कैंपों में सभी आवेदनों का निस्तारण करते हुए लोन स्वीकृति की कार्यवाही सुनिश्चित करने के साथ ही प्राप्त आवादनों के शीघ्र निस्तारण के लिए लगातार मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज के अन्तिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक केन्द्र एवं राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाएं पहुंचे, यह हम सबकी जिम्मेदारी है। योजनाओं का विभिन्न माध्यमों से व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। सरकार जनता के द्वार पहुंचकर जन समस्याओं का समाधान करेगी।प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आत्मनिर्भर भारत और वोकल4लोकल के मंत्र को अपना कर राज्य की प्रगति में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित की जा सकती है। हमारे स्टार्ट-अप उद्योग की सफलता हमारे युवाओं के उत्साह को दिखाती है।उन्होंने कहा कि स्वरोजगार से जुड़ने वाले लोगों के लिए मार्केट उपलब्ध करवाने पर भी फोकस करना होगा। उत्पादों की उच्च गुणवत्ता पर भी ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है। इस वर्ष एक लाख से अधिक लोगों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। मुख्यमंत्री ने ग्राम्य विकास विभाग को 10 हजार, समाज कल्याण विभाग को 1500, पशुपालन विभाग को 04 हजार, शहरी विकास को 26 हजार, उद्योग विभाग को 4500 एवं पर्यटन विभाग को 500 लोगों को स्वरोजगार से जोड़ने का लक्ष्य दिया।