देहरादून।देवभूमि खबर। उत्तराखंड वैलनेस सम्मिट पर दिल्ली में आयोजित रोड शो में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए, उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड योग की विश्व राजधानी बन सकता है। उत्तराखंड से ही योग का जन्म हुआ है। योग और वेलनेस के क्षेत्र में उत्तराखंड निवेश के लिए एक बड़े डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है। दिल्ली में आयोजित वेलनेस समिट के रोड शो में पर्यटन मंत्री ने उद्यमियों को उत्तराखंड में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि सरकार वेलनेस टूरिज्म को बढ़ावा दे रही है। इससे योग, वेलनेस, ध्यान, नेचुरोपैथी व आयुर्वेद को बढ़ावा मिलेगा। उत्तराखंड में हर्बल और पारंपरिक औषधीय ज्ञान का अपार भंडार है। आयुर्वेद, योग और प्राकृतिक चिकित्सा से पर्यटकों को उपचार करने का अवसर प्रदान किया जा सकता है।देश दुनिया से पर्यटक शांति और स्वस्थ मन के लिए उत्तराखंड में ही प्रवास करना चाहते हैं।
योग और वेलनेस के क्षेत्र में उत्तराखंड निवेश के लिए एक बड़े डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है: सतपाल महाराज
पर्यटन मंत्री ने जानकारी दी कि सरकार ने अप्रैल महीने में प्रस्तावित वेलनेस समिट के लिए 25 देशों के राजदूतों को निमंत्रण भेजा है। समिट से पहले मार्च में ऋषिकेश में राजदूतों के साथ राउंड टेबल मीटिंग होगी। इसमें सरकार उत्तराखंड में आयुष, वेलनेस, योग, पर्यटन और आर्गेनिक सेक्टर में निवेश की संभावनाओं और नीतियों को साझा करेगी।यूएसए, फ्रांस, यूएई, चीन, जापान, थाईलैंड, इंडोनेशिया को समिट में कंट्री पार्टनर बनाया जाएगा। दो दिवसीय इस समिट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेेंगे। समिट में वेलनेस इकोनॉमी, वेलनेस टूरिज्म, आर्गेनिक फूड, वेलनेस उत्पाद समेत आठ सेक्टरों में निवेश के लिए देश दुनिया के उद्यमियों के साथ एमओयू किया जाएगा। दिल्ली में आयोजित इस रोड शो के मौके पर प्रमुख सचिव मनीषा पंवार, सचिव एल फैनई, सचिव दिलीप जावलकर, उत्तराखंड राज्य औद्योगिक विकास निगम (सिडकुल) के प्रबंध निदेशक एसए मुरुगेशन, निदेशक उद्योग सुधीर चंद्र नौटियाल आदि मौजूद थे।