आगरा।उत्तर प्रदेश के आगरा में बृहस्पतिवार को आयोजित समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सम्मेलन में अखिलेश यादव को अगले 5 साल के लिए अध्यक्ष चुन लिया गयाण् समाजवादी पार्टी के इतिहास में ये पहला सम्मेलन था जिसमे पार्टी की स्थापना करने वाले मुलायम सिंह यादव मौजूद नहीं थेण्
अखिलेश ने मुलायम से आने का निवेदन किया था लेकिन बाप.बेटे के रिश्तों में जमी बर्फ अब भी नहीं पिघलीण् मुलायम और शिवपाल की सम्मेलन से दूरी के बीच आज़म खान का पहुंचना अखिलेश के लिए राहत की खबर रहीण्
आगरा में समाजवादी पार्टी के 10वें राष्ट्रीय सम्मेलन में तय हो गया कि समाजवादी पार्टी अब मुलायम के हाथ से निकल कर पूरी तरह बेटे अखिलेश के हाथ मे आ गई हैण्
सम्मेलन में देशभर से आये हज़ारों प्रतिनिधियों ने अखिलेश के हाथ में 5 साल के लिए पार्टी सौंप दीण् सम्मेलन में राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव के ज़रिए मोदी और योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा गयाण्
हालांकि पार्टी कार्यकर्ताओं सहित खुद अखिलेश को भी नेताजी की कमी खल रही थीण् मौका तो था राष्ट्रीय सम्मेलन का लेकिन सपा नेताओं का ज्यादातर हमला बीजेपी की केंद्र और राज्य सरकार पर हुआण्
सम्मेलन में पहुंचे आज़म खान ने जमकर सियासी तीर चलायेण् प्रधानमंत्री मोदी और सीएम योगी पर चुन चुन कर हमले किएण् डिंपल यादव ने बीएचयू में छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज का ज़िक्र करते हुए योगी सरकार को लाठी सरकार करार दियाण्
कुछ दिन पहले ही अखिलेश ने वंशवाद के मुद्दे पर डिंपल के चुनाव न लड़ने की बात कही थी लेकिन डिंपल न सिर्फ मंच पर नज़र आईं बल्कि अखिलेश को अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई भी दीण् सम्मेलन से दूर रहे चाचा शिवपाल ने अखिलेश को ट्विटर के ज़रिए हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी लेकिन मुलायम का कुनबे को एक करने का प्रयास सफल नहीं हो सकाण् ज़ाहिर है कि समाजवादी पार्टी अब अखिलेश की है और उन्हीं के हिसाब से चलेगीण्