चमोली।चमोली के कोलपुड़ी गांव निवासी शहीद नारायण सिंह का गुरुवार को उनके पैतृक घाट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दुखद अवसर पर उनके भतीजे जयवीर सिंह और सुजान सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी।
शहीद नारायण सिंह भारतीय सेना में सिपाही के पद पर तैनात थे। 7 फरवरी 1968 को, वे भारतीय वायु सेना के विमान से चंडीगढ़ से लेह जा रहे थे, जब रोहतांग दर्रे के पास उनका विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में विमान में सवार 102 जवान शहीद हो गए थे। दुर्घटना के बाद से सेना ने इन जवानों की खोज के लिए लंबे समय तक सर्च ऑपरेशन चलाया।
2003 में, पांच जवानों के पार्थिव शरीर मिले थे, जबकि 2018 में एक जवान का पार्थिव शरीर बरामद किया गया था। हाल ही में, 56 साल बाद चार और जवानों के पार्थिव शरीर प्राप्त हुए, जिनमें शहीद नारायण सिंह का पार्थिव शरीर भी शामिल था। यह पार्थिव शरीर बुधवार को हेलीकॉप्टर के माध्यम से गौचर लाया गया। गुरुवार को इसे उनके पैतृक गांव कोलपुड़ी लाकर उनके परिवार को सौंपा गया और फिर पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
इस मौके पर थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, उप जिलाधिकारी अबरार अहमद और सैकड़ों क्षेत्रीय ग्रामीण भी उपस्थित थे, जिन्होंने शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।