नई दिल्ली। पाक भले ही भारत को एटमी हथियारों को धौंस देता हो लेकिन भारतीय वायुसेना इतनी सक्षम है कि पाकि की सीमा में घुसकर एटमी हथियारों को तबाह कर सकती है। देश के वायुसेना प्रमुख बीएस धनोवा ने गुरुवार को यह बात कही। उन्होंने इस दौरान टू फ्रंट वॉर को लेकर कहा की वायुसेना इसके लिए भी सक्षम है।
गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वायुसेना प्रमुख ने कहा कि एयरफोर्स एक शॉर्ट नोटिस पर भी युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है। धनोआ ने कहाए श्चीन के खिलाफ हमारी क्षमता पर्याप्त है। वो सीमा पार जाकर परमाणु हथियारों को को ढूंढने और उन्हें तबाह कने में सक्षम है।
उन्होंने डोकलाम मसले पर कहाए श्चीनी जवान चुंबी वैली में अभी भी तैनात हैं। मैं उम्मीद करता हूं कि सैन्य अभ्यास के बाद वह वहां से चले जाएंगे।श् वायुसेना प्रमुख ने कहाए श्भारतीय वायु सेना दो अन्य फोर्स के साथ शॉर्ट नोटिस पर युद्ध के लिए पूरी तरह से तैयार है।श्
धनोआ ने कहा कि शांति के समय में भी जवानों की मौत होना काफी चिंताजनक है। हम एक्सिडेंट को कम करने के लिए जरूरी कदम उठा रहे हैं। धनोआ ने पाकिस्तान के परमाणु ठिकानों पर कहा कि हमारी सेना सीमा पार जाकर परमाणु ठिकानों को तबाह करने में सक्षम है।
एयर चीफ मार्शल ने कहा कि एयरबेस पर किसी भी तरह की टेरर स्ट्राइक होने पर 6000 से ज्यादा एयर वॉरियर को ट्रेन किया गया हैण् चीनी सेना अभी चुंबी वैली में हैए हमें उम्मीद है कि वो अभ्यास खत्म होने के बाद पीछे हट जाएंगी। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान ग्राउंड फोर्स का इस्तेमाल करने का निर्णय सरकार का था। एयरफोर्स किसी भी तरह के ऑपरेशन को करने के लिए बिल्कुल तैयार है।
पिछले दिनों पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी ने कहा था कि भारतीय सेना की श्कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रीनश् से निपटने के लिए हमारे देश ने कम दूरी के परमाणु हथियार तैयार कर लिए हैं। खाकन ने कहाए श्भारत ने श्कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रीनश् विकसित की है और उसके जवाब में हमने कम दूरी के परमाणु हथियार तैयार कर लिए हैं। इसकी जिम्मेदारी न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी ;एनसीएद्ध के पास है।
भारत ने 2001 में संसद पर हुए हमले के बाद श्कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रीनश् तैयार किया था। इसके तहत युद्ध की स्थिति में भारत दुश्मन देश को तैयारी का मौका दिए बिना तेजी से हमले को अंजाम देगा।