नई दिल्ली। एक दिन के बिहार दौरे पर पहुंचे पीएम मोदी ने शनिवार को पटना यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह के दौरान देश की 20 यूनिवर्सिटीज को वर्ल्ड क्लास बनाने की घोषणा के बाद मोकामा का रुख किया। यहीं पहुंचने के बाद पीएम ने 3769 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार ने एनडीए का नीतीश कुमार के साथ फिर गठबंधन हुआ है और इस गठबंधन से अपेक्षा है कि राज्य में विकास की रफ्तार तेज होगी।
मोदी ने जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया उनमें चार सीवरेज परियोजनाएं और चार राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना शामिल हैं। केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय के अनुसार चार सीवरेज परियोजनाओं पर 738 करोड़ रुपये की लागत आएगी। ये परियोजनाएं बेऊर, सैदपुर, करमालीचक में लगेंगी। इनके जरिये 120 एमएलडी (10 लाख लीटर प्रतिदिन) क्षमता के नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और 20 एमएलडी क्षमता के पुराने एसटीपी में सुधार का काम किया जाएगा। साथ ही 234.84 किलोमीटर लंबा सीवर नेटवर्क भी बिछाया जाएगा।
पटना यूनिवर्सिटी के शताब्दी समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे पीएम मोदी ने देश के विश्वविद्यालयों को लेकर एक बड़ी घोषणा की है। इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार की भी जमकर तारीफ की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम केंद्रीय विश्वविद्यालय से आगे की सोच रहे। भारत सरकार एक ऐसी योजना लाई है जिसके तहत देश के 10 सरकारी और 10 निजी विश्वविद्यालयों को वर्ल्ड क्लास बनाया जाएगा। इसके लिए पूरी प्रक्रिया राजनीतिक हस्तक्षेप से दूर होगी और प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ 10 सरकारी और 10 निजी विश्वविद्यालयों को सरकार 10 हजार करोड़ की सहायता देकर वैश्विक स्तर का बनाएगी।
इससे पहले पीएम ने कहा कि नीतीश कुमार की राज्य के विकास के प्रति प्रतिबद्धता सराहनीय है।
पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि पटना यूनिर्सिटी को 100 साल हो गए हैं और इसने कई बड़े नाम देश को दिए। हर राज्य में आईएएस अधिकारी हैं जो इस यूनिवर्सिटी की देन हैं।
इससे पहले पीएम ने कहा कि इतिहास में पहली बार कोई प्रधानमंत्री पहुंचा है। यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे यह मौका मिला। देश आज जहां भी है उसमें पटना विश्वविद्यालय का बहुत बड़ा योगदान है। रोज 100 अधिकारियों से मिलता हूँ। उनमे बड़ी संख्या बिहार के लोगों की होती है। देश के तमाम राज्यों के 5 शीर्ष अधिकारियों में कोई न कोई बिहार का होता है। ऐसी धरती को प्रणाम। सरस्वती की साधना में बिहार ने खुद को खपाया।
उल्लेखनीय है कि पटना में सात अन्य सीवरेज परियोजनाओं पर पहले से ही काम चल रहा है। इनमें से दो परियोजनाएं सार्वजनिक निजी भागीदारी में बनाई जा रही हैं। इन पर करीब 1402 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है।
पटना शहर की आबादी फिलहाल 16,83,000 है। यहां से फिलहाल 220 एमएलडी सीवेज निकलता है। 2035 तक सीवेज का भार बढ़कर 320 एमएलडी हो जाने का अनुमान है। फिलहाल यहां सिर्फ 109 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट की क्षमता है।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राजमार्ग-31 के आंटा-सिमरिया खंड और बख्तियापुर-मोकामा के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन में परिवर्तन करने के कार्य का शिलान्यास भी करेंगे। साथ ही गंगा पर बनने वाले छह लेन के पुल और राष्ट्रीय राजमार्ग 107 के महेशखूंट-सहरसा-पूर्णिया के बीच दो लेन के निर्माण का कार्य भी किया जाएगा।
गंगा पर बनने वाले इस पुल पर 1161 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग-82 पर शरीफ-बरबीघा-मोकामा पर भी दो लेन बनाने का काम शुरू किया जाएगा। इस पर 297 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
प्रधानमंत्री का बिहार दौरा इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि राज्य में राजग सरकार बनने के बाद पहली बार वे पटना के दौरे पर जा रहे हैं। पीएम ने 2015 के विधानसभा चुनाव से पहले बिहार को सवा लाख करोड़ रुपये का पैकेज देने की घोषणा भी की थी।