चमोली।प्रसिद्व बद्रीनाथ धाम का जल्द कायाकल्प होगा। इसके लिए लगभग 424 कारोड़ रुपये का मास्टर प्लान तैयार किया गया है। मास्टर प्लान के तहत बद्रीनाथ मंदिर के चारों ओर श्रद्वालुओं के आवगमन की सुविधा के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं को दुरूस्त किया जाएगा। अनुमति मिलते ही जल्द इस परियोजना पर कार्य शुरू किया जाएगा।
शुक्रवार को जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बद्रीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत प्रस्तावित निर्माण कार्यो को लेकर संबधित अधिकारियों के साथ चर्चा की। बताया कि बद्रीनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत तीन चरणों में विकास कार्य होने है। पहले चरण के तहत शेष नेत्र तथा बद्रीश झील का सौन्दर्यीकरण, दूसरे चरण के तहत मुख्य मंदिर एवं उसके आसपास के क्षेत्र का सौन्दर्यीकरण तथा अंतिम चरण में मंदिर से शेष नेत्र झील को जोड़ने वाले पथ का निर्माण कार्य प्रस्तावित है।
जिलाधिकारी ने बद्रीनाथ में मास्टर प्लान के तहत प्रस्तावित निर्माण कार्यो की बारीकी से समीक्षा की। उन्होंने मास्टर प्लान के तहत प्रस्तावित निर्माण कार्यो के लिए प्रभावित होने वाली सरकारी एवं प्राइवेट भूमि, भवन और परिसंपत्तियों का पूरा ब्यौरा उपलब्ध कराने के निर्देश एसडीएम को दिए है। बद्रीनाथ धाम में तालाबों के सौन्दर्यीकरण, स्ट्रीट स्कैपिंग, क्यू मैनेजमैंट, मंदिर एवं घाट का सौन्दर्यीकरण, बद्रीश वन, पार्किंग फेसलिटी, सड़क एवं रिवर फ्रंट डेवलपमेंट आदि निर्माण कार्य मास्टर प्लान के तहत चरणबद्व ढंग से प्रस्तावित किए गए है। पहले चरण में शेष नेत्र तथा बद्रीश झील के सौन्दर्यीकरण किया जाना है। जिलाधिकारी ने मास्टर प्लान के तहत पहले चरण में प्रस्तावित कार्यो को जल्द शुरू करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने एवं प्रभावित होने वाली भूमि, भवन एवं अन्य परिसंपत्तियों को ब्यौरा उपलब्ध कराने तथा बद्रीनाथ धाम में खाली भूमि को चिन्हित करने के निर्देश दिए। इस दौरान बद्रीनाथ में मौजूदा व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की गई।
बैठक में एसडीएम जोशीमठ अनिल कुमार चन्यिाल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी बृजेन्द्र पांडे, आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी आदि मौजूद थे।