पौड़ी ।देवभूमि खबर। उत्तराखण्ड के राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र देहरादून से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में भूकम्प आने की पराभासी जानकारी प्रातः 8.06 बजे जारी की गई। जिलाधिकारी सुशील कुमार ने जिले में आपदा व राहत कार्य के लिए गठित इनसिडेंट रिस्पान्स सिस्टम की टीम के साथ ही जिला प्रशासन तथा पुलिस बल एवं अर्द्ध सैनिक बलों को जिला मुख्यालय के पांच विभिन्न स्थानों पर भूकम्प से हुई क्षति की सूचना रेडियो सेट द्वारा प्रातः 8.16 बजे दी गई। जिलाधिकारी सुशील कुमार तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जेआर जोशी ने विभिन्न स्थानों पर भूकम्प से हुई क्षति के लिए राहत व बचाव कार्यों हेतु तत्काल जिला आपदा प्रबंधन केंद्र तथा आईआरएस प्रणाली को क्रियाशील किया। आपदा प्रबंधन केंद्र में प्रातः 8.22 बजे महिला चिकित्सालय, मैसमोर इंटर कालेज, नगर पालिका भवन एंजेंसी चौक, तसहील तथा नया व पुराने कलक्ट्रेट भवन में भूकम्प से हुई क्षति की सूचना प्राप्त की गई। जिलाधिकारी ने जिला मुख्यालय के भूकम्प प्रभावित पांच स्थानों में राहत व बचाव कार्य के लिए पांच आईआरए टीम गठित कर स्टेजिंग ऐरिया के लिए राहत व बचाव उपकरणों के साथ रवाना होने के निर्देश दिये। भूकम्प प्रभावित स्थानों पर सेना तथा अर्द्ध सैनिक बलों को राहत व बचाव कार्यों के लिए प्रातः 8.33 बजे बुलाया गया। सभी टीमें प्रातः 8.35 बजे स्टेजिंग एरिया से अपने अपने गंतव्य के लिए रवाना हुई। जिसमें उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, पुलिस बल के अधिकारी, एसडीआरएफ आदि शामिल थे। पांच स्थानों पर भूकम्प से हुई क्षति व घायलों के उपाचार के लिए मेडिकल टीमें एम्बूलेंस व दवाइयों के साथ प्रातः 8.40 बजे राहत व बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को एम्बुलेंस के माध्यम से प्राथमिक उपचार देकर जिला चिकित्सालय में भेजा गया। प्रारंभिक सूचना से सभी जनपदों में लगभग 93 हजार लोग प्रभावित हुए। एसएसबी की टीम घटना स्थल पर प्रातः 9.30 बजे पहुंची तथा बचाव व राहत कार्य शुरू किया। आईआरएस सिस्टम से जुड़ी टीमों ने स्टेजिंग एरिया में कार्यों के दौरान भोजन, पेयजल, ईंधन, वाहन, खाद्यान्न, राहत व बचाव उपकरण आदि वितरित किये गये। इसके साथ ही मलबे से दबे लोगों को निकालने तथा मार्गों को सुचारू करने लिए जिला प्रशासन की ओर से जेसीबी तथा सभी संसाधनों को स्टेजिंग ऐरिया के लिए रवाना किया गया। रांसी हैलीपेड पर 4 हैलीकॉप्टरों को राहत व बचाव कार्यों तथा गंभीर रूप के लिए तैनात किया गया। जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार जिले में पराभासी भूकम्प के मॉकड्रिल में न्यू कलक्ट्रेट भवन में सर्वाधिक 550 लोगों की जानें चली गई जबकि 407 गंभीर तथा 17153 आंशिक रूप से घायल हुए। जबकि दो सौ से अधिक मवेशी घायल हुए। मैसमोर इंटर कालेज में 57 लोगों की जानें चली गई जबकि 301 गंभीर तथा 14170 आंशिक घायल हुए। एजेंसी चौक में 50 की मृत्यु जबकि 415 गंभीर तथा 13655 घायल, महिला चिकित्सालय में 50 की मृत्यु, 228 गंभीर तथा 14093 आंशिक रूप से घायल हुए। जबकि भवन क्षतिग्रस्त होने से 2 हजार लोग बेघर तथा चार वाहन मलवे में दब गये। वहीं भूकम्प से चिकित्सालय का भवन भी आंशिक रूप से क्षतिगस्त हुआ। वहीं तहसील परिसर में 200 की मौत, 511 गंभीर तथा 32134 आंशिक रूप से घायल हुए। इस मौके पर जिलाधिकारी सुशील कुमार समेत एसएसपी जेआर जोशी, एडीएम रामजी शरण शर्मा, एसडीएम सदर केएस नेगी, एसडीएम धुमाकोट कमलेश मेहता, एसडीआरएफ तथा एसएसबी के जवानों की टीमों के साथ विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी तथा स्थानीय जनता ने राहत व बचाव कार्य में अपना योगदान दिया।