टिहरी।प्रत्येक साल की तरह इस बार भी नरेंद्र नगर राजमहल में सांसद माला राज्य लक्ष्मी शाह के नेतृत्व में भगवान बद्रीविशाल के अभिषेक हेतु सुहागिनों द्वारा तेल पिरोया गया। पीले वस्त्रों को धारण की हुई 60 से अधिक महिलाओं द्वारा तिलों को तवे में भूनकर, सिलबट्टे पर तिलों को पीसकर व ओखली में कूट कर तिलों का तेल निकाला गया। इसी तेल से वर्ष भर भगवान बद्रीविशाल का अभिषेक किया जाएगा।
भगवान बद्रीविशाल के कपाट 12 मई को प्रात : 6 बजे, श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ हेतु खुल जाएंगे।राजपुरोहित कृष्ण प्रसाद उनियाल द्वारा महारानी राज्य लक्ष्मी शाह के हाथों विधि-विधान से पूजा अर्चना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। पिरोए गए तेलों को तेल कलश में रखा गया।
इस अवसर पर सांसद महारानी राज्य लक्ष्मी शाह ने कहा कि यह परंपरा हमारी पहचान है। इसका संरक्षण, संवर्द्धन हमारी जिम्मेदारी है। ये दिव्य देव परंपराएं अद्भुत ऊर्जा प्रदान करती हैं। उत्तराखंड की खुशहाली, देश की समृद्धि के लिए आज विशेष रूप से भगवान बद्रीविशाल से प्रार्थना की गई। उत्तराखंड की मान्यताएं, परंपराएं, धर्म-आध्यात्म, संस्कृति, सभी कुछ दिव्य सनातन को समृद्ध करती हैं। आज का दिन ईश्वरीय शक्ति को अनुभूत करने का दिन है। यह परम्पराएं हमें मानसिक और व्यवहारिक रूप से सम्यक रहने की ओर प्रेरित करती हैं। मैं भारत वासियों से अधिक से अधिक संख्या में चारों धामों के दर्शन करने की अपील करती हूँ। आपकी धार्मिक यात्राएं आपके अन्तस् को शसक्त एवं पावन करेंगी।
इस अवसर पर महाराजा मनु जयेंद्र शाह, महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह व पुत्री श्रीजा सहित दोनों पोतियां सानवी व अहाना सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।