देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच नेअपने युवा राज्य आंदोलनकारी साथी श्री संतोष सेमवाल (53) के निधन पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।वह एक सप्ताह से कैलाश अस्पताल में भर्ती थे उनके चेस्ट में गांठ बनने के चलते काफी दिक्कत में थे। उन्होंने देर रात अन्तिम सांस ली वह अपने पीछे पत्नी व दो पुत्रों को छोड़ गये वह दोनों ही अभी अध्यनरत हैं।
प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने बताया कि वह पृथक उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन में मुजफ्फरनगर गोली काण्ड के घायल थे वह रेसकोर्स धर्मपुर क्षेत्र से अन्य युवाओं के साथ बन्द चक्का जाम व धरना प्रदर्शन से लेकर सभी कार्यक्रमों में सक्रिय रहें। वह 07 दिन जेल घायल की केटेगरी के चलते परिवहन विभाग में निरीक्षक पद पर तैनात थे। उनके दोनों बच्चें अभी शिक्षा लें रहें हैं औऱ उनकी पत्नी गृहणी हैं। अब परिवार की सारी जिम्मेदारी उनकी पत्नी पर हैं औऱ आय का कोई अन्य साधन भी नहीं हैं।
प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व सलाहकार केशव उनियाल ने माननीय मुख्यमन्त्री से मांग की हैं कि सरकार ऐसे परिवारों का तत्काल संज्ञान लें जिन्होंने इस राज्य के लिये अपना सर्वस्व त्याग किया।
अन्तिम संस्कार हरिद्वार खड़खडी़ घाट पर उनके पुत्र द्वारा मुखाग्नि देकर किया गया। वहीं घाट पर परिवहन विभाग के अधिकारी ARTO प्रवर्तन राजेन्द्र विराटिया की मौजूदगी में प्रवर्तन निरीक्षकों व सिपाहियों द्वारा सेल्यूट देकर सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी गईं।
श्रद्धांजलि देने वालों में मुख्यतः केशव उनियाल , नरेश नेगी , जगमोहन सिंह नेगी , प्रदीप कुकरेती , रवीन्द्र सोलंकी , नागेन्द्र जुयाल , क्षेत्रीय पार्षद गणेश बड़थ्वाल , राकेश थपलियाल , विनीत सेमवाल, राकेश सेमवाल , मुकेश वर्मा, संजय, कपिल, प्रमोद, वीरेंद, आनंद असवाल, शूरवीर कण्डवाल, पुनीत कुमार , संजय कुमार , संजय पुण्डीर , सुशील चमोली व रामलाल खंडूड़ी , प्रभात डण्डरियाल व गणेश डंगवाल , राकेश नौटियाल , गौरव खंडूड़ी , रघुवीर तोमर व भानु रावत आदि रहें।