चमोली।जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने पीसीपीएनडीटी जिला सलाहकार समिति की बैठक लेते हुए पीसीपीएनडीटी एक्ट का कडाई से अनुपालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। कहा कि भू्रण हत्या रोकने के लिए पंजीकृत अल्ट्रासाउंड केन्द्रों का नियमित निरीक्षण करते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि पीसीपीएनडीपी एक्ट का उदेश्य चाइल्ड सेक्स रेश्यों में सुधार लाना है। इसलिए आशाओं के माध्यम से पूरे जिले में हर तीन माह में लिंगानुपात की सर्वे कराई जाए और इसकी ब्लाक वाईज रिपोर्ट उपलब्ध करें। ताकि लिंगानुपात की वास्तविक स्थिति की समीक्षा की जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि अल्ट्रासाउंड केन्द्र पर अल्ट्रासाउंड के लिए आवेदन प्राप्त होने पर फार्म भरते समय आवेदक का पता एवं मोबाइल नंबर ठीक से अंकित किया जाए और आशा के माध्यम से गर्भवती महिलाओं की नियमित निगरानी की जाए। ताकि भ्रूण हत्या जैसे जघन्य अपराध को रोककर लिगांनुपाल में सुधार लाया जा सके। इस दौरान बताया गया कि वर्ष 2019 में जिले में 0-6 वर्ष के बच्चों का लिंगानुपात 933 था जो वर्ष 2020 में बढकर 953 हुआ है।
बैठक में समिति द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जोशीमठ की अल्ट्रासाउंड मशीन संचालन हेतु मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 जीएस राणा को स्वीकृति दी गई। जोशीमठ में 30 दिसंबर के बाद अब प्रत्येक बुधवार को अल्ट्रासाउंड हो सकेगा। वही न्यू आकाश अल्ट्रासाउंड सेंटर कर्णप्रयाग द्वारा नए पंजीकरण हेतु किए गए आवेदन को समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल का सर्टीफिकेट और सेंटर संचालन संबधी पूरा विवरण उपलब्ध करने के बाद ही इस पर विचार किया जाएगा। पशु चिकित्सा केन्द्र गोपेश्वर में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा अल्ट्रासाउंड मशीन के संचालन हेतु प्राप्त आवेदन पर जिलाधिकारी ने पूरी आख्या के साथ आवेदन उपलब्ध कराने को कहा। वही जिला अस्पताल में खराब पडी अल्ट्रासाउंड मशीन को भी सील करने के निर्देश दिए गए। जिला समन्वयक संदीप कण्डारी ने बैठक में पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत संचालित कार्यो की जानकारी देते हुए अल्ट्रासाउंड केन्द्रों के पंजीकरण संबधी प्रस्ताव समिति के समक्ष रखे।
बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 जीएस राणा, एसीएमओ डा0 उमा रावत, डीजीसी फौजदारी प्रकाश भण्डारी, हिमांद संस्था के सचिव डा. उमा शंकर, जिला समन्वयक संदीप कण्डारी सहित समिति के अन्य सदस्य मौजूद थे।