
देहरादून।ऋषिकेश एम्स में आयोजित दीक्षांत समारोह के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा द्वारा प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की प्रशंसा को खोखला करार देते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संगठन व प्रशासन सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि ज़मीनी हकीकत इसके उलट है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के गृह जनपद पौड़ी के जिला मुख्यालय में दो माह पूर्व बस दुर्घटना के घायलों का इलाज टॉर्च की रोशनी में करना पड़ा था और अंततः उन्हें उच्च केंद्रों के लिए रेफर किया गया।
धस्माना ने एम्स ऋषिकेश को लेकर भी गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेश में 39 प्रतिशत फैकल्टी के पद रिक्त हैं और स्टाफ की कमी के चलते मरीजों को भर्ती तक नहीं किया जाता। उन्होंने यह भी कहा कि केवल इमारतें खड़ी करने और बड़ी घोषणाएं करने से इलाज नहीं होता, उसके लिए प्रशिक्षित डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और आधुनिक उपकरणों की उपलब्धता आवश्यक है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली तक में स्थित एम्स में भी 39 प्रतिशत पद खाली हैं और संसद में केंद्र सरकार स्वयं यह आंकड़े स्वीकार कर चुकी है। ऐसे में यदि केंद्रीय मंत्री यह दावा करते हैं कि स्वास्थ्य क्षेत्र में जो कुछ भी हुआ है वह पिछले ग्यारह वर्षों में हुआ है, तो यह एक हास्यास्पद और राजनीति से प्रेरित बयान है।