आरटीआई में हुआ बड़ा खुलासा, कृषि मंत्री की विधानसभा में मारा गया किसानों का पैसा।
देहरादून।राज्य में प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना में हुए बड़े घोटाले पर उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने प्रेस वार्ता कर बड़ा खुलासा किया है।दसौनी ने कहा की उत्तराखंड में अब तक के सबसे अजीबो- गरीब घोटाले की बानगी है कि राजधानी देहरादून में विभागीय मंत्री के नाक के नीचे उनकी विधानसभा में इतने बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया है ।
प्रदेश कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा माहरा दसौनी ने गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए राज्य में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में हुए घोटालों का पर्दाफाश कर कुछ बिन्दुओं की ओर पत्रकारों का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि राज्य में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में अधिकारी और निजी कंपनी आपसी मिली भगत से 1.5 करोड़ खा गए ।दसौनी ने आरोप लगाया कि विभागीय मंत्री की विधानसभा में इस बड़े कारनामों को अंजाम दिया गया है और यह बिना मंत्री के संरक्षण या सांठ गांठ के संभव नहीं है।
दसौनी ने बताया की सूचना के अधिकार में मिली जानकारी के अनुसार 200 किसानों जिसमें कुछ मृत हैं के अधिकारों पर डाका डाला गया।फर्जी साइन कर पैसे निकाले गए हैं। दसौनी ने बताया कि 2022-23 के वित्तीय वर्ष 31 मार्च को खत्म होने से पहले 28 मार्च 2023 को एक ही मोहर और एक ही दिन 200 खातों में डेढ़ करोड़ रुपया ट्रांसफर कर दिया गया।
दसौनी के अनुसार मृत किसानो के भी साइन कर दिए गए। उनमें कई अनपढ़ महिला है जिनके सत्यापन पर अंग्रेजी में हस्ताक्षर किए गए हैं।एक ही दिन में 200 किसानों का सत्यापन, एक ही वकील की मुहर, सत्यापन का एक भी फोटो मौजूद नही जबकि नियमानुसार फील्ड में जाकर सत्यापन करना होता है लेकिन कुछ भी नहीं किया गया है।कृषि विभाग के विधानसभा, ब्लॉक और न्यायपंचयात स्तर के अधिकारियों और निजी कंपनी की मिलीभगत का मामला है।मामले में 4 से 6 अलग अलग कंपनियों की संलिप्तता, सभी कंपनियां एक ही व्यक्ति या रिश्तेदारों की होने की संभावन है।।मामला पूरी तरह से विभागीय मंत्री की विधानसभा से जुड़ा हैं उसके बावजूद भी कोई कार्यवाही नही की गई है जिससे प्रतीत होता है कि मंत्री की शह पर यह सब किया जा रहा है।
दसोनी ने प्रदेश के मुखिया से आह्वान करते हुए कहा कि यदि मुख्यमंत्री धामी स्वयं को भ्रष्टाचार पर चोट करने वाला और जीरो टॉलरेंस का मुख्यमंत्री कहते हैं तो उन्हें चुनौती है कि प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की सच्चाई प्रदेश की जनता के सामने रखें ,उसमें किस तरह से पैसे की बंदर बाट हो रही है और किसानों के अधिकार और हक का पैसा मारा जा रहा है ,इसको जनता के सामने रखें। दसौनी ने यह भी कहा कि जो भी मंत्री विधायक या अधिकारी गरीब किसानों के हक् का पैसा या निवाला खा रहे हैं उनका जमीर किस हद तक मर चुका होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है ।दसौनी ने कहा कि क्योंकि योजना का नाम प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना है इसलिए डबल इंजन के मंत्री और विधायक किस तरह से प्रधानमंत्री के नाम पर बट्टा लगा रहे हैं यह प्रधानमंत्री कार्यालय को संज्ञान लेना चाहिए।