पौड़ी।मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई ने आज विकास भवन सभागार, पौड़ी में जिला सेक्टर, राज्य सेक्टर, केन्द्र पोषित एवं बाह्य सहायतित योजना एवं बीस सूत्री कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने जिला सेक्टर, राज्य सेक्टर एवं बीस सूत्रीय कार्यक्रमों के अन्तर्गत कम प्रगति करने वाले विभागों को गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए प्राथमिकता के आधार पर कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिये। वहीं टास्कफोर्स के अन्तर्गत नियमित रूप से विजिट करते हुए प्रगति लाने को कहा। कहा कि सभी विभाग नियमित रूप से मण्डल स्तर पर भी तुलनात्मक आधार पर कार्य करना सुनिश्चित करें, जिससे कि विकास के कार्यों में प्रगति लाई जा सके। कहा कि आगामी बैठक में कार्यों के फोटोग्राफ्स सहित छोटी-छोटी सलाइड बनाकर रूपरेखा तैयार कर प्रस्तुत करें। उन्होंने संबंधित अधिकारी को शेष धनराशि शीघ्र अवमुक्त कराने के निर्देश दिये। बैठक में डीएसओ के अनुपस्थित रहने पर स्पष्टीकरण लिये जाने के निर्देश दिये गये।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि ‘‘मुख्यमंत्री पलायन रोकथाम योजना‘‘ के तहत जनपद में चिन्ह्ति 91 गांवों के अन्तर्गत प्रथम चरण में 50 प्रतिशत जनसंख्या निवास करने वाले गांवों में आजिविका संवर्द्धन हेतु कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत करें। उन्होंने ‘‘जल जीवन मिशन योजना‘‘ के अन्तर्गत प्राथमिकता के आधार पर कार्य करने के साथ ही कार्याें के फोटोग्राफ्स उपलब्ध कराते हुए हर 15 दिन में रिपोर्ट भेजने के भी निर्देश दिये। जिला विकास अधिकारी ने बताया कि ‘‘जल जीवन मिशन योजना‘‘ के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में जनपद में 395 स्रोतांे का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने योजना के तहत गठित समितियों से भी अवगत कराया।
लोक निर्माण विभाग की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जिला सेक्टर में अवमुक्त धनराशि 600 लाख के सापेक्ष 582.14 लाख व्यय तथा राज्य सेक्टर में 2709.31 लाख के सापेक्ष 1953.15 लाख व्यय किया गया। वहीं लो.नि.वि. पूल्ड आवास द्वारा अपै्रल, 2020 का अवशेष 104.79 लाख के सापेक्ष 46.47 व्यय किया गया, कम प्रगति पर सीडीओ ने शीघ्र कार्य करने के निर्देश दिये। पेयजल निगम द्वारा अवमुक्त धनराशि 330 लाख के सापेक्ष 278.76 लाख व्यय, पेयजल संस्थान द्वारा अवमुक्त 300 लाख के सापेक्ष 200 लाख व्यय किया गया। वहीं राजकीय सिंचाई द्वारा अवमुक्त 280.09 लाख के सापेक्ष 61.41 लाख व्यय किया गया, जिस पर सीडीओ ने नाराजगी जाहिर करते हुए शीघ्र कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिये। पर्यटन विभाग द्वारा अवमुक्त धनराशि 398.04 लाख के सापेक्ष 330 लाख व्यय किया गया, इस पर सीडीओ ने संबंतिधत अधिकारी को प्रत्येक 15 दिन में कार्यदायी संस्था से कार्यों की प्रगति रिपोर्ट लेने को कहा।
बैठक में पीएमजीएसवाई, युवा कल्याण विभाग, उद्यान, कृषि, पशुपालन, मत्स्य, समाज कल्याण, शिक्षा, चिकित्सा, निजि लघु सिंचाई, पंचायती राज, विधायक निधि, उरेडा आदि अन्य विभागों की कार्य प्रगति की भी समीक्षा की गई। उन्होंने बीस सूत्री कार्यक्रम के अन्तर्गत ‘बी‘ एवं ‘डी‘ श्रेणी में आने वाले विभागों को शीघ्र कार्याें में प्र्रगति लाते हुए ‘ए‘ श्रेणी लाने के निर्देश दिये।
बैठक में जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी ने बताया कि जनपद में जिला सेक्टर योजना के अन्तर्गत अनुमोदित परिव्यय 7986 लाख के सापेक्ष धनराशि 4129.86 लाख अवमुक्त हुआ, जिसके सापेक्ष 57.60 प्रतिशत व्यय हुआ। वहीं राज्य सेक्टर योजना के तहत अनुमोदित परिव्यय 29620.92 लाख के सापेक्ष 11911.12 अवमुक्त तथा व्यय 11.48 प्रतिशत, केन्द्र पोषित योजना में अनुमोदित परिव्यय 45161.33 लाख के सापेक्ष धनराशि 20690.09 लाख अवमुक्त तथा व्यय 30.31 प्रतिशत हुआ। जबकि बाह्य सहायतित योजना के अन्तर्गत अवमुक्त धनराशि 12.48 लाख के सापेक्ष 100 प्रतिशत धनराशि व्यय हो चुकी है।
बैठक में जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, एपीडी सुनील कुमार, मुख्य उद्यान अधिकारी डाॅ. नरेंद्र कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी डी.एस. राणा, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संजय शर्मा, डीपीआरओ एम.एम.खान, जिला शिक्षा अधिकारी(माध्यमिक) के.एस.रावत, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा, जिला मत्स्य अधिकारी अभिषेक मिश्रा, जिला पर्यटन साहसिक खेल अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, जिला सेवा योजन अधिकारी मुकेश रयाल, बाल विकास अधिकारी जितेन्द्र कुमार, अधि.अभि. जल संस्थान एस.के.गुप्ता, अधि.अभि. लो.नि.वि. अरूण पाण्डेय, अधि.अभि. निर्माण खण्ड प्रत्युष कुमार सहित संबंधित जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।