देहरादून।पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार पीड़ित राज्य आंदोलनकारी मंच के तत्त्वावधान में 10% क्षैतिज आरक्षण की बहाली की माँग को लेकर राज्य आंदोलनकारियों का उपवास शहीद स्मारक में जारी रहा।
आज उपवास के दूसरे दिन क्रांति कुमार ने ब्यूरोक्रेट्स पर मुख्यमंत्री को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा जो काम सरकार 5 मिनट में कर सकती थी उसे इन लोगों की वजह से सरकार तीन सालों में भी न कर पाई और यही स्थिति रही तो इस सरकार को डूबने से कोई नहीं बचा सकता।
उन्होंने सरकारी वकीलों की फौज पर तंज कसते हुए कहा कि सिवाय टाइम पास के उन लोगों का कोई काम नहीं। अगर इस मामले को उन्होंने ही सही तरीके से समझ लिया होता तो आज इन बातों की नौबत ही नहीं आती।
आज धरने में बैठने वालों में प्रमुख रूप से अम्बुज शर्मा,सूर्यकांत बमराडा, वीरेन्द्र रावत, रामकिशन, मनोज कुमार शर्मा और गणेश शाह आदि थे।
धरने को समर्थन देने वालों में प्रमुख रूप से आंदोलनकारी सम्मान परिषद के पूर्व अध्यक्ष धीरेन्द्र प्रताप,रविन्द्र जुगरान,वीरेन्द्र पोखरियाल, विजय प्रताप मल्ल,आशीष उनियाल,हरदीप सिंह (लक्की) विकास शर्मा,अभय कुकरेती,प्रभात डंडरियाल, विशम्भर बौठियाल,विक्रम राणा,राकेश कुकरेती,भगवान सिंह पंवार (मंसूरी) ,सतीश सेमवाल,अभय कुकरेती, भगवान सिंह पंवार ,सतीश सेमवाल आदि लोग बैठे।