पौड़ी।प्रदेश के उच्च शिक्षा, सहकारिता, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास, प्रोटोकॉल (स्वतन्त्र प्रभार) मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आज उप जिला चिकित्सालय श्रीनगर का निरीक्षण तथा वीर चंद्र सिंह गढ़वाली राजकीय मेडिकल कालेज श्रीकोट में जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ कोरोना संक्रमण से बचाव तथा रोकथाम संबंधी समीक्षा बैठक ली।
उन्होंने उप जिला चिकित्सालय श्रीनगर में निरीक्षण के दौरान सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोविड-19 की जांच हेतु अलग से व्यवस्था करना सुनिश्चित करें, जिससे अस्पताल में एक ही जगह पर भीड़ कम हो सके। उन्होंने चिकित्सकों के बिना पॉजिटिव आने पर संज्ञान लेते हुए कहा कि पॉजिटिव रिपोर्ट आने पर ही चिकित्सकों को आइसोलेट किया जाएगा। उन्होंने पुलिस अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि बाजार में कोविड कफ्र्यू का सख्ती से पालन करवाना सुनिश्चित करें। साथ मेडिकल दुकानों में दवाई लेने आ रहे लोगों को सामाजिक दूरी का अनुपालन, मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग एवं सेनेटाइज के लिए जागरूक करें।
मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि संयुक्त चिकित्सालय श्रीनगर में 05 आईसीयू बैड बनाए जा रहे हैं, जिसके लिए धनराशि आवंटित की जा चुकी है। उन्होंने मेडिकल कालेज श्रीकोट में 30 आईसीयू बैड का कार्य पूर्ण न होने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कार्यदाई संस्था को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि श्रीनगर के प्रत्येक वार्ड में सेनेटाइज का कार्य किया जाएगा। उन्होंने संयुक्त चिकित्सालय श्रीनगर के मुख्य गेट पर भीड़ को कम करने के लिए पुराने अस्पताल भवन में सैम्पलिंग करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए। कहा कि आउटसोर्सिंग कार्मिकों की भर्ती जिला प्रशासन व अस्पताल प्रशासन कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि श्रीनगर विधानसभा के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में 02-02 आॅक्सीजन सिलेंडर तथा हर परिवार को निःशुल्क मास्क वितरण किये जायेंगे, जिससे कोरोना संक्रमण से निजात मिल सकेगी। मा. मंत्री डाॅ. रावत ने अस्पताल में मरीजों का हाल-चाल भी जाना।
जिलाधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदण्डे ने कहा कि जनपद में स्वास्थ्य से सम्बन्धित यथा ऑक्सीजन, पीपी किट, मास्क, सेनेटाइजर सहित अन्य व्यवस्थाओं में कोई कमी नही है। कहा कि स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि नियमित रूप से सफाई व्यवस्था तथा अन्य आवश्यक सेवाओं में कोई लापरवाही न बरती जाय। अगर स्टाफ की कमी है तो सम्बन्धित अधिकारी को अवगत कराएं, जिससे आउटसोर्सिंग के माध्यम से पूरा किया जाएगा।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी रविन्द्र विष्ट, मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ.एम.एस. रावत, सीएमओ डॉ. मनोज शर्मा, सीएमएस गोविंद पुजारी, एसीएमओ डाॅ. जी.एस. तालियान सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।