उत्तरकाशी । जनपद में कृषि,बागवानी,पशुपालन,मत्स्य पालन के अतिरिक्त मधुमक्खी पालन से भी किसानों की आय होगी दोगुनी। मानपुर व उसके आस-पास के गांव को हनी विलेज से मिलेगी विशिष्ट पहचान। मंगलवार को एकीकृत आजीविका सहयोग परियोजना के तत्वधान में मानपुर में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला एवं प्रदर्शनी का जिलाधिकारी श्री मयूर दीक्षित ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। कार्यशाला में कृषि,उद्यान,ग्राम्य विकास विभाग,पशुपालन, उद्योग,ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान,नाबार्ड, दीनदयाल राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन सहित विभिन्न विभागों द्वारा विभागीय स्टॉल स्थापित कर आमजन को योजनाओं की जानकारी प्रदान की गई और योजनाओं से लाभान्वित किया गया।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने मानपुर गांव में उत्पादित शहद (हनी पैकेजिंग) का उद्घाटन किया। हिलान्स ब्रेंड से प्रसिद्ध हनी पैकेजिंग अब चारधाम यात्रा के लिए आ रहे यात्रियों तथा अन्य को आसानी से मिल पायेगा। इसके अतिरिक्त जिलाधिकारी ने मधुमक्खी पालकों व सहकारिता समूह की महिलाओं को हैंड टूल किट भी वितरित की।
जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि कार्यशाला में किसानों व मधुमक्खी पालकों को शहद उत्पादन को लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सभी किसान और सहकारिता समूह प्रशिक्षण में रूची ले,ताकि पारम्परिक खेती,पशुपालन के अलावा मधुमक्खी पालन भी आतिरिक्त आय का स्रोत बन सकें। मानपुर गांव में उत्पादित शहद का विपणन राज्य से बाहर भी हो इस हेतु शहद का उत्पादन करने वाले कारोबारियों से लगातार वार्ता चल रही है। ताकि शहद उत्पादन कर रहें मानपुर व उसके आसपास के गांव को जनपद ही नही अपितु देश- प्रदेश में भी विशिष्ट पहचान मिल सकें।
इस दौरान मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ रजनीश सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल भंडारी, प्रभागीय परियोजना प्रबंधक कपिल उपाध्याय,ग्राम प्रधान मानपुर सहित ग्रामीण उपस्थित थे।